गणेश जी (Ganesh Chaturthi) को सभी देवों में प्रथम पूज्य माना जाता है। यही वजह है कि किसी भी कार्य को करने से पहले गणेश जी की जरूर पूजा की जाती है। कहते हैं अगर गणेश जी की पूजा के समय और नियमों का उचित ढंग से पालन किया जाये तो वे व्यक्ति के सभी संकटों को हर लेते हैं और उसकी अभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।
वैसे हो महीने में दो चतुर्थी पड़ती है। एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में। महीने के शुक्ल पक्ष में आने वाली चतुर्थी को विनायक चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) या वैनायकी चतुर्थी कहते हैं। हिन्दू पंचाग के अनुसार चतुर्थी तिथि गणेश जी को समर्पित होती है। इस दिन व्रत और उपवास करके गौरी पुत्र गणेश की आराधना करने से घर परिवार में सुख-समृद्धि आती है।
ज्योतिषी कहते है कि चतुर्थी तिथि की पूजा दोपहर के समय करनी चाहिए। तो आइए जानते हैं फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली वैनायकी चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) व्रत तिथि, पूजा विधि और इस दिन किए जाने वाले एक महत्वपूर्ण उपाय करने से सुख समृद्धि आती है।
फाल्गुन माह की वैनायकी चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) कब है?
फाल्गुन विनायक चतुर्थी तिथि : 6 मार्च 2022
चतुर्थी तिथि प्रारंभ : 5 मार्च 2022 रात्रि 08:35 से
चतुर्थी तिथि समाप्त : 6 मार्च रात्रि 09:11 तक
पूजा का शुभ मुहूर्त : 6 मार्च 2022 को प्रातःकाल 11:22 से दोपहर 1:43 तक (Ganesh Chaturthi 2022)
पूजा विधि (Ganesh Chaturthi)
प्रात:काल स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लें। पूजा करते समय पूजास्थल को गंगाजल से शुद्ध कर लें और वहां ;पर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें।पूजा में भगवान गणेश जी को पीले फूलों की माला करें और उन्हें धूप-दीप, नैवेद्य, अक्षत और उनका प्रिय दूर्वा चढ़ाएं। इसके बाद भगवान को लड्डु और मोदक का भोग लगाएं।
अब व्रत की कथा पढ़कर गणेश जी की आरती करें। इसके बाद रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य देकर ब्राह्मण को दान दक्षिणा देकर व्रत का पारण करें। (Ganesh Chaturthi)
वैनायकी चतुर्थी उपाय
- वैनायकी चतुर्थी पर घर में सुख – समृद्धि लाने के लिए अगर कुछ उपाय कर लिए जाएं तो घर के लोगों के विचारों में सकारात्मकता आती है और खुशियों में भी इजाफा होता है। तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे उपायों के बारे मे।
- विनायक चतुर्थी के दिन श्वेतार्क यानी अकौड़ा से बने गणेश जी की प्रतिमा घर के मुख्य द्वार पर लगाने से घर में घर में पॉजिटिव एनर्जी आती। साथ ही धन और सुख में बढ़ोतरी होती है। (Ganesh Chaturthi)
- गणेश विनायक चतुर्थी के दिन पूजा में गणेश जो को 21 दूर्वा अर्पित करते हुए ऊँ गं गणपतये नमः मंत्र का जाप करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
- इस दिन दोपहर के समय गणेश जी को पूजा में सिंदूर अर्पण करने से भी मनोकामना पूरी होती हैं।
- चतुर्थी के दिन गणपति जी को 21 लड्डुओं अथवा मोदक का भोग लगाने से घर में सुख-समृद्धि का आस होता है। (Ganesh Chaturthi)
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