रत्न शास्त्र में बहुत से रत्न और उनके उपरत्नों के बारे में बताया गया है जिनका संबंध किसी ना किसी ग्रह से है। ग्रहों को शांत करने के लिए रत्नों या फिर उपरत्नों को धारण किया जाता है। ग्रहों से संबंधित होने की वजह से जातक के जीवन पर इसका शुभ या अशुभ प्रभाव भी पड़ता है। रत्न शास्त्र में बताया गया है कि लाल रंग का माणिक्य रत्न सूर्य ग्रह से संबंधित माना गया है। ज्योतिषी बताते हैं कि सूर्य ग्रह को तरक्की, सेहत, मान-सम्मान और यश का कारक माना जाता है।
ऐसे में जिन लोगों की कुंडली का सूर्य ग्रह कमजोर होता है या फिर अशुभ प्रभाव देता है उन्हें माणिक्य रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं माणिक्य रत्न के फायदे और किन राशि के जातकों को पहनना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले और नौकरी में उच्च पद प्राप्त की इच्छा रखने वालों को ज्योतिषी से सलाह लेकर माणिक्य रत्न धारण करना चाहिए है। माणिक रत्न धारण करने से कुंडली में स्थित सूर्य ग्रह मजबूत होता है जिससे उसे आत्मविश्वास और प्रसिद्धि मिलती है।
माणिक्य को सोने या तांबे की अंगूठी में बनवाकर रविवार के दिन धारण करना शुभ होता है। मान्यता है कि माणिक्य रत्न जिस राशि के लोगों को सूट कर जाता है उसे हर जगह मान सम्मान मिलता है और प्रसिद्धि फैलती है। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि जो लोग प्रशासनिक क्षेत्र में पद प्राप्त करना चाहते हैं और प्रतियोगिता में सफलता पाने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें माणिक्य रत्न जरूर धारण करना चाहिए।
किन राशियों के जातक कर सकते हैं धारण
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष राशि, सिंह, कर्क, वृश्चिक और धनु राशियों और लग्न वालों के लिए माणिक्य रत्न शुभ फलदायी होता है। माणिक्य रत्न धारण करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कुंडली में सूर्य ग्रह अगर अशुभ स्थिति में हो तो तभी माणिक्य रत्न धारण करना चाहिए। साथ ही माणिक्य रत्न धारण करने से पहले किसी ज्योतिषी से सलाह भी ले लेनी चाहिए।
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