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जबलपुर में एक घटना घटी है जहां एक व्यक्ति ने 25 लाख रुपये के लेन-देन के शक में अपने ही दोस्त और सहयोगी की हत्या कर दी और उसके चरित्र पर संदेह किया. यह सनसनीखेज वारदात जबलपुर के संजीवनी नगर थाना क्षेत्र में हुई। इसी बीच घटना के आठ दिन बाद आरोपी ने भी आत्महत्या कर ली। मगर पुलिस ने इस नृशंस हत्याकांड में शामिल एक और साथी को पकड़ लिया है.

इसी क्षेत्र के जसूजा शहर निवासी अनुपम शर्मा 16 फरवरी से लापता था. उसके परिवार ने उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और टोनी वर्मा पर हत्या का संदेह था।

पुलिस के अनुसार अनुपम, टोनी वर्मा से 25 लाख रुपये लेना चाहता था. पुलिस ने अनुपम के लापता होने की सूचना दी और जांच शुरू की, जिसके दौरान संदिग्ध टोनी वर्मा ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद मामला बिगड़ गया और अनुपम को ट्रेस करना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई।

जांच के दौरान अनुपम कहीं नहीं मिला, मगर उसके पिता को व्हाट्सएप पर मैसेज मिले जिसमें अनुपम ने लिखा कि वह अपनी गलतियों को सुधारने के लिए आध्यात्मिक मार्ग पर चल पड़ा है। उन्हें आश्रम में मौन रहने और तपस्या करने के लिए जाना जाता था। जांच के बाद जब मामला सामने आया तो एक चौंकाने वाला किस्सा सामने आया।

पत्नी से अवैध संबंध का भी था शक

दरअसल, टोनी वर्मा को अपनी पत्नी पर अनुपम शर्मा से अवैध संबंध का शक था। इसके साथ ही अनुपम टोनी से 25 लाख रुपए भी लेना चाहता था। इससे दोनों के बीच आपसी दरार पैदा हो गई थी। इस पर टोनी ने अनुपम को मारने की साजिश रची।

टोनी अपने किरायेदार राम प्रकाश पुनिया के साथ अनुपम को मारने की साजिश रची थी। दोनों ने पहले अनुपम की गला दबाकर हत्या की। इसके बाद वह उसके शव को अपने स्टॉल पर ले गया और उसे आरा मशीन में डाल दिया और शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। इसके बाद रामप्रकाश पुनिया ने अनुपम के शरीर के अंगों को बोरे में भरकर रेलवे ट्रैक के पास नाले में फेंक दिया। हत्या के महज 8 दिन बाद मुख्य आरोपी टोनी वर्मा ने भी आत्महत्या कर ली थी।

दो दिन पहले पुलिस ने राम प्रकाश पुनिया को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की थी। इसके बाद अनुपम शर्मा के शरीर के अंग भी नाले में मिले। पुलिस के अनुसार टोनी वर्मा ने अनुपम के शरीर के कई टुकड़े कर दिए थे, जिनमें से एक अभी भी बरामद नहीं हुए।

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