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Up Kiran, Digital Desk: बिहार में भले ही शराबबंदी लागू हो, मगर शराब माफिया और रसूखदारों की सांठगांठ एक बार फिर सामने आई है। मुंगेर जिले के बरियारपुर थाने में एक चौंकाने वाला मामला दर्ज किया गया है, जहाँ पुलिस ने न केवल एक शराब तस्कर को भारी मात्रा में अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया, बल्कि उसकी पैरवी करने थाने पहुँचे एक मुखिया पति को भी नशे की हालत में दबोच लिया। हैरान करने वाली बात यह है कि आरोपी मुखिया पति एक सरकारी शिक्षक भी हैं। इस घटना ने शराबबंदी कानून के कार्यान्वयन और प्रभावशाली व्यक्तियों की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

अवैध शराब के साथ तस्कर अरेस्ट

मामले का खुलासा तब हुआ जब बरियारपुर थानाध्यक्ष चांदनी कुमारी सांवरिया को गुप्त सूचना मिली कि कटेसर पंचायत का निवासी शिवशंकर सिंह अपने घर में भारी मात्रा में विदेशी शराब छिपाकर रखे हुए है। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कटेशर इलाके में शिवशंकर सिंह के घर पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से पाँच कार्टन विदेशी शराब बरामद की और शिवशंकर सिंह को तत्काल गिरफ्तार कर लिया। शिवशंकर सिंह को थाने लाया गया, और उसकी गिरफ्तारी की खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई।

नशे में धुत मुखिया पति पहुँचे थाने

शिवशंकर सिंह की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही कटेसर पंचायत के मुखिया पति और सरकारी शिक्षक संजीत राय, उसकी पैरवी करने के लिए बरियारपुर थाने पहुँच गए। पुलिसकर्मी यह देखकर दंग रह गए कि मुखिया पति संजीत राय पूरी तरह से नशे में धुत थे। थाने में पहुँचकर उन्होंने अपने मुखिया पति होने का रौब झाड़ते हुए पुलिस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया और मामले को "मैनेज" करने की कोशिश करने लगे।

जब पुलिसकर्मियों को उनके मुँह से शराब की तेज़ दुर्गंध आई, तो उन्होंने तत्काल संजीत राय को हिरासत में ले लिया। ब्रेथ एनालाइजर से जाँच करने पर शराब पीने की पुष्टि हुई, जिसके बाद उन्हें भी अरेस्ट कर लिया गया।

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