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बीते कई महीने से हमास और इजराइल के बीच भीषण युद्ध चल रहा है। इस जंग का असर अब अर्थव्यवस्था पर दिखने लगा है। इजराइल की अर्थव्यवस्था को भी भारी नुकसान पहुंचा। रिक्टर सेंटर की रिपोर्ट का दावा है कि जंग के दौरान देश की अर्थव्यवस्था प्रति तिमाही 2 प्रतिशत तक गिर सकती है। इसके कई कारण बताए गए हैं और कहा गया है कि इस युद्ध के कारण इजराइल की अर्थव्यवस्था बुरे दौर में पहुंच गई है।

मजदूरों की कमी के कारण स्थिति और खराब हो गयी है। जाने-माने थिंक टैंक ताउब सेंटर फॉर सोशल पॉलिसी स्टडीज़ ने इज़राइल-हमास युद्ध से हुए आर्थिक नुकसान पर एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें दिखाया गया है कि इज़राइल की अर्थव्यवस्था 2 प्रतिशत तक गिर गई है। रिपोर्ट में अर्थव्यवस्था की गिरावट के पीछे कई कारणों का जिक्र है, लेकिन सबसे बड़ा कारण मजदूरों की कमी है। इसमें यह भी कहा गया है कि हमास के साथ युद्ध के कारण हजारों श्रमिकों को एक जगह से दूसरी जगह जाना पड़ा और काम से बाहर जाना पड़ा, जिससे देश की आर्थिक गति पर ब्रेक लग गया।

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि युद्ध से इजराइल को बहुत नुकसान हुआ है। इसके अलावा गाजा पट्टी से सटी सीमा पर हमले का डर अब भी बना हुआ है, जिससे इलाके में कारोबार ठप हो गया है। कामकाजी आबादी का एक बड़ा हिस्सा बेरोजगार है, जिसका सीधा असर इजरायली अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। 

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