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Up kiran,Digital Desk : लाखों युवा दिन-रात एक करके सरकारी नौकरी की तैयारी करते हैं, लेकिन जब पता चलता है कि कोई 'सॉल्वर गैंग' आपकी मेहनत पर पानी फेरने के लिए बैठा है, तो दिल टूट जाता है। ऐसा ही एक बड़ा मामला रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की कंप्यूटर-आधारित परीक्षा में सामने आया है, जहाँ एक परीक्षा केंद्र के अंदर बैठकर कोई और ही परीक्षा दे रहा था।

मंगलवार को पटेल नगर इलाके के एक ऑनलाइन परीक्षा केंद्र में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब रेलवे की परीक्षा के दौरान एक संदिग्ध 'सॉल्वर' को रंगे हाथों पकड़ लिया गया। यह 'मुन्ना भाई' असली परीक्षार्थी की जगह बैठकर कंप्यूटर पर पेपर सॉल्व कर रहा था।

पुलिस की गिरफ्त में 'सॉल्वर', हरियाणा तक जुड़े हैं तार

सूत्रों के मुताबिक, जैसे ही केंद्र के अधिकारियों को शक हुआ, उन्होंने फौरन पुलिस को सूचना दी। पकड़े गए शख्स को तुरंत पटेल नगर थाने ले जाया गया, जहाँ उससे देर रात तक कड़ी पूछताछ चलती रही। शुरुआती जांच में ही यह खुलासा हो गया है कि इस पूरे खेल के तार हरियाणा से जुड़े हुए हैं।

पुलिस अब इस एक गिरफ्तारी के सहारे पूरे नेटवर्क की जड़ तक पहुँचने की कोशिश कर रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि इस गिरोह में कौन-कौन शामिल है, असली परीक्षार्थी कौन था, और यह सौदा कितने में तय हुआ था।

कैसे चल रहा था यह 'हाई-टेक' खेल?

यह कोई मामूली चिट या पर्ची वाली नकल नहीं थी। पुलिस सूत्रों का मानना है कि यह गिरोह बेहद शातिर तरीके से काम कर रहा था।

  • प्राइवेट मैसेजिंग ऐप का इस्तेमाल: आशंका जताई जा रही है कि यह गिरोह किसी प्राइवेट मैसेजिंग ऐप (जैसे टेलीग्राम या व्हाट्सएप) का इस्तेमाल कर रहा था।
  • बाहर से भेजे जा रहे थे जवाब: माना जा रहा है कि परीक्षा केंद्र के बाहर बैठा कोई शख्स प्रश्नपत्र देखकर फटाफट उसके जवाब अंदर बैठे सॉल्वर को भेज रहा था।

इस मामले पर सीओ सदर अंकित कंडारी ने बताया है कि जांच अभी शुरुआती दौर में है और आरोपी से मिले हर सुराग और लिंक को खंगाला जा रहा है।

यह घटना उन लाखों ईमानदार छात्रों के भविष्य पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है, जो सालों की मेहनत के बाद परीक्षा देने पहुँचते हैं। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस एक 'मोहरे' के जरिए इस खेल के असली 'मास्टरमाइंड' तक पहुँच पाती है या नहीं।