अगर आपके भी शरीर में हो रहे हैं ये बदलाव तो कराएं जांच नहीं तो पड़ जाएंगे मुसीबत में

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हेल्थ डेस्क। लगातार बढ़ रहे ठंड के मौसम में सर्दी-खांसी, बुखार समेत अन्य ठंडजनित बीमारी होना आम है। वर्तमान में कोविड-19 का संक्रमण काल रहने के कारण लोग सामान्य यानी ठंड से होने वाले सर्दी-खांसी, बुखार को भी कोविड-19 संक्रमण ही मानने लगते हैं।
cold cough
लेकिन, ऐसा जरूरी नहीं है कि हर सर्दी-खांसी कोविड-19 संक्रमण ही है। इसलिए, ऐसी स्थिति में तुरंत जांच करानी चाहिए। ऐसा करने से ना सिर्फ अपनी पीड़ा की सही जानकारी प्राप्त कर सकेंगे, बल्कि अनावश्यक परेशानी से भी दूर रहेंगे। इसके अलावा समय पर इलाज शुरू होने से जल्द स्वस्थ भी हो जाएंगे।

समय पर इलाज शुरू होना है जरूरी

किसी भी बीमारी का समय पर इलाज शुरू होने से बीमारी गंभीर रूप नहीं ले पाती और मरीजों को अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। इसलिए, हर व्यक्ति को खासकर अभी कोविड-19 के दौर में किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत जांच करानी चाहिए। इससे लोग जल्द स्वस्थ तो होंगे ही साथ में अनावश्यक परेशानी से भी दूर रहेंगे।

कोविड-19 का भी लक्षण सर्दी-खांसी और बुखार

डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि कोविड-19 का भी शुरुआती लक्षण सर्दी-खांसी और बुखार ही है। इसलिए, खासकर वर्तमान दौर में ऐसी शारीरिक पीड़ा होने पर लोग खुद को कोविड-19 संक्रमित ही मान लेते हैं। ऐसा मानना गलत है। जरूरी नहीं है कि सर्दी-खांसी और बुखार होने पर आप कोविड-19 संक्रमित ही हैं। इसलिए, अपने मन से कुछ सोचने के बजाय तुरंत जांच कराएं।

सर्दी-खांसी और बुखार होने पर रहें सतर्क

अगर आप सर्दी-खांसी और बुखार से पीड़ित हैं तो आप सतर्क रहें और तुरंत जांच कराएं। जांच रिपोर्ट आने तक चिकित्सकों की सलाह के अनुसार ही दवाई लें और रहन-सहन में सकारात्मक बदलाव लाएं। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे का आवश्यक इलाज कराएं।

अपने मन से नहीं लेें दवा

वर्तमान दौर में शारीरिक पीड़ा होने पर चिकित्सकों से ही इलाज कराएं और उनकी सलाह के अनुसार इलाज शुरू कराएं। मेडिकल दुकानदार से सलाह लेकर खुद अपना इलाज शुरू नहीं करें। दरअसल, एक ही लक्षण के कई बीमारी होते हैं। इसलिए हमेशा ख्याल रखें की अपने मन से कोई भी दवा नहीं लें, यह खतरनाक साबित हो सकता है।

इन मानकों का करें पालन, रहें संक्रमण से दूर

  • दो गज की शारीरिक दूरी का पालन करें।
  • मास्क और सैनिटाइजर का नियमित रूप से उपयोग करें,     अनावश्यक यात्रा से बचें।
  • बाहरी खाना खाने से परहेज करें।
  • आवश्यकतानुसार साबुन या अल्कोहल युक्त पदार्थों से हाथ   धोएं।
  • भीड़-भाड़ वाले जगहों से दूर रहें।
  • साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।
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