उत्तर प्रदेश॥ आपराधिक और चोरी जैसी घटनाओं को लेकर संजीदा हुई पुलिस फोर्स ने रात में गश्त करना शुरू कर दिया है। ये हाइवे और शहर की गलियों में आधी रात से सुबह तक बेवजह घूमने वालों पर नजर बनाए हुए हैं। एहतियात के तौर पर इन्हें हिरासत में भी लिया जा रहा है। इतना ही नहीं, गश्त करने वाले पुलिसकर्मियों की क्रॉस चेकिंग भी हो रही है। यह कार्य एडिशनल एसपी और क्षेत्राधिकारी (सीओ) कर रहे हैं। इनका लोकेशन कंट्रोल रूम को नोट किया जा रहा है।
इस दौरान आधी रात से भोर तक गश्त करने वाले पुलिसकर्मियों के अलावा अपने-अपने प्वाइंट पर तैनात पिकेट और बीट सिपाहियों की चेकिंग भी हो रही है। रात में हाइवे और कॉलोनियों में संदिग्ध हालत में बेवजह घूमने वाले लोगों को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया जा सकता है। पहचान के बाद ही इन्हें छोड़ने का निर्देश है। हालांकि पिछले तीन दिनों से शुरू इस पुलिसिया अभियान में अब तक कोई हिरासत में नहीं लिया गया है। एसएसपी ने भी समय-समय पर ड्यूटी चेक करने निकल सकते हैं। लापरवाही मिलने पर संबंधित पुलिसकर्मियों पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है।
सतर्कता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि सादे कपड़ों में भी पुलिस गश्त कर रही है। हाइवे और नई कॉलोनियों में घूमकर आपराधिक किस्म के लोगों की पड़ताल में जुटे हैं।
इधर, जिले के सभी एडिशनल एसपी व क्षेत्राधिकारियों को उनके इलाकों में रात के समय में भ्रमणशील रहने का निर्देश दिया है। ये रात की गश्त में लगे पुलिसकर्मियों को उनके कार्य के बारे में समझा रहे हैं। इन्हें रात के समय में होने वाली घटनाओं जैसे चोरी, नकबजनी, लूट आदि को कैसे रोका जाय।
पुलिस का मानना है कि ऐसा करने से ठंड के समय में होने वाली घटनाओं पर लगाम लगेगी। चोरी, नकबजनी, लूट जैसी घटनाओं पर लगाम लगाया जा सकता है। हाइवे और शहर के यात्री व लोग निश्चिंत और सुरक्षित रह सकेंगे।
एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि यह अभियान गुरुवार की रात से शुरू है। एडिशनल एसपी, सीओ व थानेदारों को रात 12 बजे से दो बजे तक उनके इलाकों में भ्रमण करने का निर्देश दिया गया है। रात्रि गश्त ड्यूटी में लगे पुलिस बल को ब्रीफ करने की जिम्मेदारी भी इनके कंधों पर है।