सितंबर में होगा नागपुर में विश्वकर्मा विश्वकर्मा महासम्मेलन।
अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्वमंत्री रामआसरे विश्वकर्मा ने कहा कि पूरे देश में विश्वकर्मा समाज (Vishwakarma Samaj ) का उत्पीड़न हो रहा है। विश्वकर्मा समाज के उत्पीड़न और अत्याचार की लड़ाई लड़ने के लिये अब समाज को खुद आगे आना होगा। श्री विश्वकर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विश्वकर्मा समाज को सरकार में हिस्सेदारी मिल सकती है तो नागपुर में विश्वकर्मा को हिस्सेदारी क्यों नहीं मिल सकती।
उत्तर प्रदेश में 17 सितम्बर को भगवान विश्वकर्मा के पूजा पर सार्वजनिक अवकाश घोषित हो सकता है तो महाराष्ट्र में विश्वकर्मा पूजा का अवकाश क्यों नहीं हो सकता। जब तक समाज के लोग विधायक, सांसद और मंत्री नहीं बनेंगे तब तक विश्वकर्मा समाज (Vishwakarma Samaj ) की आवाज सरकार और सदन तक नहीं पहुंचाई जा सकती। अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा की ओर से रविवार को सिविल लाइन स्थित सीपी क्लब सिविल लाइन नागपुर में विश्वकर्मा लोहार, सुतार, सोनार, कासर, बेलदार समाज के संयुक्त में सम्मेलन में श्री विश्वकर्मा ने कहा कि विश्वकर्मा समाज को जनसंख्या के अनुरूप लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा और सरकार में हिस्सेदारी दिया जाना चाहिए। हमारे लोहे और लकड़ी के कारोबार और रोजगार के लिये कानून बने और विकास के लिये नीति बनायी जाए। आरक्षण के तहत विश्वकर्मा समाज के युवकों को नौकरी और रोजगार दिया जाए।
दुनिया का विकास और निर्माण विश्वकर्मा समाज से ही प्रारंभ हुआ
उन्होंने कहा कि भगवान विश्वकर्मा ने आदिकाल से ही सभी देवी देवताओं की आवश्यकता को पूर्ण किया। भगवान विश्वकर्मा ने भगवान शिव को सोने का महल, भगवान कृष्ण को द्वारिकापुरी, भगवान इन्द्र को इन्द्रपुरी तथा यम को यमपुरी दिया तो भगवान राम के लिये पुष्पक विमान का निर्माण करके अपनी महत्ता को उस समय बनाये रखा था।आज उनके वंशज विश्वकर्मा समाज का महत्व व पहचान विलुप्त हो रही है। देश दुनिया का विकास और निर्माण विश्वकर्मा समाज से ही प्रारंभ हुआ। विकास और तकनीकी निर्माण में विश्वकर्मा वंशजों ने समय समय पर बड़ा योगदान दिया है। मगर हम आज तक राजनैतिक भागीदारी नहीं ले पाये और न विधायक सांसद व मंत्री बना पाये, जिसके कारण हम विकास की दौड़ में पीछे रह गये।
विश्वकर्मा समाज (Vishwakarma Samaj) एकजुट होकर संघर्ष करे
रामआसरे विश्वकर्मा ने आह्वान किया कि विश्वकर्मा समाज के सम्मान, स्वाभिमान और हिस्सेदारी के लिए विश्वकर्मा समाज एकजुट होकर संघर्ष करे, हम उन्हें ताकत देंगे। अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष शंकरराव चुरागले ने कहा कि सितंबर महीने में नागपुर में राज्यस्तरीय विश्वकर्मा महासम्मेलन किया जाएगा। उन्होंने नारा दिया, हम लड़ेंगे हम बढ़ेंगे। हमें विश्वकर्मा होने पर गर्व है। इस अवसर पर हरीश रेवडिया, गंगाराम विश्वकर्मा, अंकुश रेवडिया, विष्णुपंत मोरेकर, दिनेश येवले, अनिता दरवेकर, गजानन देवरेकर, मधुकर खंडारकर, उमेश, प्रधान राजेश परायेय, दिनेश पणघान, राम भरोसे, मतलानी, महेश मोहडे, मनीष, मानुसमारे, बाबाराव सोनवाने, प्रकाश वडोतकर, गिरीश नौगडे, गौतम शर्मा, सुरेन्द्र एनसकर और विश्वकर्मा समाज के विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधिओं ने अपने विचार दिये। – शंकर राव चुरागले प्रदेश अध्यक्ष
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