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कुशीनगर। विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह तथा दस्तक पखवाड़े के तहत पूरे जनपद में अभियान चलाकर शहर से लेकर गांव तक साफ सफाई कराई जा रही है तथा जन समुदाय को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही कालाजार और जेई-एईएस (JEE-AES )के मामले में उच्च जोखिम वाले गांवों में विशेष फोकस की जरूरत हैं। इन गांवों में संबंधित विभाग अपने जिम्मेदारी का ठीक से निर्वहन करते हुए गतिविधियां और कार्यक्रम आयोजित करें। कालाजार के मामले में 60 तो जेई-एईएस के मामले में 54 गांव उच्च जोखिम वाले हैं। (JEE-AES )

वेक्टर बार्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डाॅ.आरके गुप्ता ने बताया कि जिले में बारह विभागों के आपसी समन्वय से विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह और दस्तक पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसके तहत जहां लोगों को साफ सफाई के प्रति प्रेरित किया जा रहा है, वहीं विभिन्न बीमारियों से बचने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। स्कूली बच्चों द्वारा जागरूकता रैली भी निकाली जा रही है।

जेई-एईएस (JEE-AES ) के मामले में उच्च जोखिम वाले गांवों में विशेष तौर पर झाड़ियों और नालियों की साफ-सफाई, फागिंग, एंटी लार्वा छिड़काव, टीकाकरण, क्लोरिनेशन, सुअरबाड़े वाले गांवों में संवेदीकरण, उथले हैंड पंप पर लाल निशान लगाना, इंडिया मार्का हैंडपंप पानी पीने के लिए प्रेरित करना, शौचालय का प्रयोग करने तथा घर के आसपास गंदगी या जलभराव न होने देने के लिए जन समुदाय को जागरूक किया जा रहा है। कालाजार के मामले में उच्च जोखिम वाले गांवों में दवा का छिड़काव कराया जा रहा है, तथा बीमारी से बचने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

उच्च जोखिम वाले गांव का मानक

मलेरिया निरीक्षक विजय गिरी ने ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में जिस गांव में जापानी इंसेफलाटिस ( जेई) या एक्यूट इंसेफलाटिस सिंड्रोम ( एईएस) (JEE-AES ) के केस मिले हैं,अथवा जेई एईएस से किसी की मृत्यु हुई है तो उस गांव को उच्च जोखिम गांव की श्रेणी में रखा जाता है। इसी प्रकार जिन गांवों में तीन साल के अंदर कोई कालाजार या चमड़ी कालाजार के केस मिले हैं, उन गांवों के सभी घरों में दवा का छिड़काव कराया जाता है।

21 अक्टूबर तक घर-घर दस्तक दें आशा और आंगनबाड़ी

एसीएमओ ने बताया कि आगामी 21 अक्टूबर तक चलने वाले दस्तक पखवाड़े में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार के रोगियों के साथ साथ मलेरिया, चिकनगुनिया या डेंगू तथा क्षय रोग लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर जांच व उपचार के लिए अस्पताल भेजवाएंगी। कुपोषित बच्चों को भी चिन्हित किया जा रहा है। ग्राम सभा की बैठक मातृ समिति की बैठक तथा छाया वीएचएसएनडी सत्र आयोजित कर जन समुदाय को जागरूक किया जा रहा है। (JEE-AES )

सेवरही क्षेत्र के जवही नरेन्द्र मठचुलाई निवासी मनोज यादव ( 32) ने बताया कि कालाजार से बचाव के लिए गांव में छिड़काव कराया गया है। मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करने के लिए कहा गया है। कालाजार के लक्षण दिखे तो तत्काल जांच कराकर इलाज कराने की सलाह दी गयी है।(JEE-AES )

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