नई दिल्ली। देश में कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे ने सरकार के साथ ही साथ स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। देशभर में ऐसे दस राज्यों को चिह्नित किया है जहां ओमिक्रॉन व कोरोना वायरस के संक्रमण दर में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही यहां वैक्सीनेशन रफ्तार भी काफी धीमी है। अब केंद्र सरकार ने इन राज्यों की कमान अपने हाथ में ले ली है और यहां पर केंद्रीय टीमों को तैनात करने का फैसला किया था। केंद्र सरकार ने केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, मिजोरम, कर्नाटक, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड व पंजाब में स्वास्थ्य टीम भेजने का निर्णय लिया है। यह टीम कोविड-19 वैक्सीनेशन की जमीनी हकीकत की भी निगरानी करेगी।
तीन से पांच दिन के लिए तैनात होंगी टीमें
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से चयनित किये गए राज्यों में तीन से पांच दिन के लिए केंद्रीय टीमें तैनात रहेंगी। इस दौरान वे राज्य के चिकित्सा विशेषज्ञों को प्रशिक्षित करेंगी। साथ ही कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, कोविड-19 टेस्टिंग, कोविड-19 को लेकर दिशानिर्देशों, अस्पतालों में बेड, एम्बुलेंस, ऑक्सीजन की उपलब्धता और टीकाकरण की स्थिति पर रिपोर्ट तैयार कर केंद्र को भेजेंगी।
गौरतलब है कि कोरोना के नए ओमिक्रॉन के बढ़ते हुए केसों ने देश में तीसरी लहर की दस्तक दे दी है। एक महीने के भीतर ही ओमिक्रॉन संक्रमण 17 राज्यों में अपनी पकड़ बना चुका हैं। देश भर में इसके कुल 415 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इसमें सबसे ज्यादा खराब हालत महाराष्ट्र और दिल्ली की है। महाराष्ट्र में 108 तो दिल्ली में 79 केस सामने आये हैं। अब विश्व की बात करें तो एक महीने के अंदर ही ओमिक्रॉन ने 108 देशों में अपना पैर पसार लिया है।
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