पुस्तक समीक्षा
- किताब का नाम-अच्छे इलाज के 51नुस्खे
- लेखक - डा0 संदीप कुमार
- अजय कुमार श्रीवास्तव
- पृष्ठ - 543
- मूल्य-695
- प्रकाशक-स्टारडम बुक्स
- 105-501,सिल्वर साइड रोड़
- विलिंगटन, डीई-19809
सामान्य नागरिक की जिज्ञासाओं का उत्तर
चिकित्सा जैसे कठिन विषय पर लिखना वह भी हिंदी में लिखना और इस तरह से लिखना कि आम आदमी को भी सरल व सहज रूप से विषय-वस्तु समझ आ जाए, यह अपने आप में गजब का चुनौतीपूर्ण कार्य है।
डॉ. संदीप कुमार पेशे से कैंसर सर्जन हैं और केजीएमयू के अलावा वो अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भोपाल के चार साल निदेशक भी रहे। वर्तमान में वह इंडियन जर्नल आफ सर्जरी के मुख्य संपादक हैं। जबकि सह लेखक अजय कुमार अग्रवाल संस्कृति विभाग में संयुक्त निदेशक रहे हैं और हिंदी पर अच्छी पकड़ है। यह पूरी किताब आम आदमी की अनेकानेक बीमारियों को लेकर उसकी तमाम ऊहापोह भरी जिज्ञासाओं को एक दिशा देती है।
आजकल यू ट्यूब से लेकर तमाम सोशल मीडिया साइडों पर अनेकानेक बीमारियों की ढेरों जानकरियां पड़ी हैं। लक्षण और इलाज भी दिया हुआ है...बडी संख्या में लोग स्वयं ही इन लक्षणों को अपने ऊपर फिट करके खुद ही इलाज आऱभ कर देते हैं जो जानलेवा साबित हो रहा है। इस पूरी किताब में 50 अध्याय हैं जो विस्तार से आम आदमी की अनेकानेक जिज्ञासाओं का समाधान करते हैं और उचित मार्गदर्शन करते हैं।
कुछ अध्याय तो बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। मसलन- घर में रखने वाले जरूरी उपकरण एवं औषधियां..खब और कैसे स्वयं अपना इलाज करें?
वृद्धावस्था की तैयारी, स्वास्थ बीमा- मेडीक्लेम में क्या-क्या देखें। कुल मिलाकर सरल और आसानी से ग्राह्य हो जाने वाली भाषा में एक-एक विषय को जो सहज विस्तार दिया गया है वह काबिल ए तारीफ है। नई:संदेह यह एक बेहतरीन पुस्तक है जिसे पढ़ना चाहिए।
समीक्षक-पवन सिंह
--Advertisement--