उत्तराखंड की चर्चित हरिद्वार लोकसभा सीट पर चुनावी रेस में BJP अकेले ही सरपट दौड़ रही है। पार्टी के प्रत्याशी पूर्व CM ने उनके नाम का ऐलान होने के बाद एक हफ्ते में कई इलाके नाप लिए हैं। विपक्ष की स्थिति ये है कि उसकी रेस अभी शुरू ही नहीं हो पाई है। प्रत्याशियों के नामों के ऐलान में देरी से कार्यकर्ताओं में मायूसी दिख रही है।
हरिद्वार लोकसभा सीट को BJP के वर्चस्व वाली सीट माना जाता है। बीते 2 लोकसभा इलेक्शन से BJP यहां पर अजेय है। हालांकि इस सीट पर कांग्रेस ही नहीं, बल्कि सपा भी पूर्व में जीत दर्ज कर चुकी है। मगर वर्तमान में BJP का संगठन यहां पर सबसे ज्यादा मजबूत स्थिति में है। दो बार के सांसद और पूर्व CM डा. रमेश पोखरियाल निशंक की जगह इस बार पार्टी ने पूर्व CM त्रिवेंद्र सिंह रावत पर दांव खेला है।
पूर्व CM होने के साथ साथ त्रिवेंद्र सिंह रावत पूर्व में BJP के संगठन मंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा, हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत शामिल डोईवाला विधानसभा क्षेत्र उनका गढ़ माना जाता रहा है। इसलिए हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में एक से दूसरे स्थान तक पहुंचने और कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद बनाने में उन्हें कोई मुश्किल नहीं हो रही है।
बता दें कि इस सीट पर इलेक्शन लड़ने की जैसी स्थिति BJP की दिख रही है, कांग्रेस और बसपा की स्थिति इससे एकदम उलट है। उम्मीदवार के नाम पर हो रहे निरंतर विलंब से कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट सा रहा है।
--Advertisement--