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भारत के श्रीहरिकोटा से 18 दिन पहले लॉन्च हुए चंद्रयान को लेकर इसरो ने बड़ी जानकारी दी है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने मंगलवार को चंद्रयान थ्री अंतरिक्ष यान को चंद्रमा की कक्षा में स्थापित कर दिया है।

इसरो ने 1 अगस्त को चंद्रयान थ्री को चंद्रमा की ओर ले जाने के लिए ट्रांस लूनर इंजेक्शन यानी पीएलआई का काम पूरा कर लिया। इस काम को अंजाम बेंगलुरू में इसरो टेलीमेट्री ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क से दिया गया। यह जानकारी देते हुए इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन ने कहा कि चंद्रयान थ्री ने पृथ्वी के चारों ओर अपनी परिक्रमा पूरी कर ली है और चंद्रमा की ओर बढ़ रहा है। इसरो के मुताबिक लगभग 23 दिन की और यात्रा करने के बाद चंद्रयान थ्री चांद की सतह पर लैंड करेगा।

बता दें कि 14 जुलाई को चंद्रयान थ्री को लॉन्च किया गया था। चंद्रयान थ्री ने 1 अगस्त को ही पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमा पूरी कर ली है। पृथ्वी की कक्षा से बाहर जा चुके चंद्रयान थ्री को अभी चांद तक पहुंचने के लिए 3.8 लाख किलोमीटर की यात्रा और करनी है। इसरो का कहना है कि लूनर इन सर्च इंजन की 5 अगस्त की योजना बनाई गई है। इसरो ने सोमवार आधी रात को उस समय एक बड़ी उपलब्धि हासिल की जब उसने चंद्रयान थ्री को ट्रांस लूनर कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया।

इसरो ने ट्वीट करते हुए कहा कि अंतरिक्ष यान को ट्रांस लूनर कक्षा में स्थापित कर दिया गया है। इसके साथ ही इसरो ने चंद्रमा की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, अगला पड़ाव चंद्रमा है। इसरो ने बताया कि चंद्रयान थ्री चंद्रमा की कक्षा में 5 अगस्त को पहुंचेगा और यान 23 अगस्त को चंद्रमा पर लैंड करेगा। इसरो के अफसरों ने लूनर इंजेक्शन पर बात करते हुए कहा कि चंद्रयान मिशन एकदम सही दिशा में चल रहा है।

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