इंसानी बॉडी में कई तरह के अंग होते हैं। प्रत्येक अंग नाशवान है। इंसान के शरीर में एक ऐसा अंग है जो मरने के बाद भी वैसा ही रहता है। आईये जानते हैं उसके बारे में।
हम जिस इंसानी अंग की बात कर रहे हैं उसका नाम है दांत। मनुष्य के जबड़े में 28 से 32 दांत होते हैं। करीबन 2500 वर्ष पूर्व भगवान बुद्ध के दांत आज भी संरक्षित हैं। दांत कैल्शियम, फास्फोरस और अन्य खनिजों से बने होते हैं।
बताया जाता है कि 29 साल की आयु के बाद दांतों के इनेमल में कई चेंजेस होने लगते हैं। इस उम्र के बाद दांतों को ज्यादा देखभाल की आवश्यकता होती है।
आपको बता दें कि दांत, खाने को चीरने, चबाने आदि के काम आते हैं। कुछ पशु (विशेषत: मांसभक्षी) शिकार करने एवं रक्षा करने के लिये भी दांतों का इस्तेमाल करते हैं। दांतों की जड़ें मसूड़ों से लिपटी होतीं हैं। ये इंसानी अंग कैल्शियम, फ़ॉसफ़ोरस और अन्य खनिजों से बने हैं. दाँत की ऊपरी परत को इनेमिल कहते हैं ये हमारे जिस्म का सबसे ठोस पदार्थ है. इसके अंदर डैन्टिन होता है जो खनिजों से बना हड्डियों जैसा सख़्त हिस्सा है।
--Advertisement--