कर्नाटक में नई सरकार को आए अभी चंद ही दिन हुए थे कि कर्नाटक में सरकार ने आते ही एक चौंकाने वाला निर्णय़ ले लिया। जिसके बाद कर्नाटक में राजनीतिक घमासान मच गया है। दरअसल कर्नाटक में नई सरकार ने आते ही बड़ी कार्रवाई की है। सिद्धरामय्या सरकार ने दक्षिण कन्नड़ जिले में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता प्रवीण कुमार नेताओं की पत्नी को नौकरी से हटा दिया है।
मारे गए बीजेपी युवा मोर्चा नेता की पत्नी नूतन कुमारी को पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई के कार्यालय में अनुबंध के आधार पर ग्रुप सी पद की नौकरी की पेशकश की गई थी। मगर जैसे ही राज्य में नई सिद्धरमैया सरकार ने एंट्री ली, उन्होंने आते ही उन्हें नौकरी से हटा दिया। कांग्रेस के इस फैसले को लेकर कर्नाटक में बहस छिड़ गई है।
बीजेपी ने कांग्रेस सरकार के फैसले पर पलटवार करते हुए पीएफआई को कांग्रेस का शोषित आतंकवादी संगठन बताया है। बीजेपी युवा मोर्चा नेता प्रवीण की पत्नी नूतन कुमारी को पूर्व सीएम बसवराज बोमई के दफ्तर में कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर ग्रुप सी पद पर तैनाती दी गई थी। उन्होंने ड्यूटी पर रिपोर्ट की और मेंगलुरु में काम करने की अपनी प्राथमिकता को पूर्व मुख्यमंत्री के सामने रखा। उनके अनुरोध के बाद उन्हें मंगलुरु में उपायुक्त कार्यालय के मुख्यमंत्री राहत कोष अनुभाग में सहायक का पद दिया गया। मगर कर्नाटक की कांग्रेस सरकार नफरत की राजनीति कर रही है।
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