Kedarnath pilgrims: उत्तराखंड में हिमालय के केदारनाथ मंदिर तक जाने वाले बारिश से तबाह हुए पैदल मार्ग पर फंसे तीर्थयात्रियों को बचाने का अभियान शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। 10,500 से अधिक लोगों को निकाला जा चुका है, जिनमें से कुछ को एयर फोर्स के हेलीकॉप्टरों से निकाला गया है। हालांकि, खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर द्वारा बचाव अभियान कुछ देर रुकने के बाद फिर से शुरू हो गया।
अफसरों ने बताया कि केदारनाथ, भीमबली और गौरीकुंड में करीब 1,300 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं और वे सुरक्षित हैं। हेल्पलाइन नंबर - 7579257572, 01364-233387 और आपातकालीन नंबर 112 भी जारी किए गए हैं।
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और पुलिस के जवान बचाव अभियान में लगे हुए हैं। भारतीय वायुसेना के चिनूक और एमआई17 हेलीकॉप्टर कुछ तीर्थयात्रियों को हवाई मार्ग से निकाल रहे हैं।
इस बीच, रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक (एसपी) विशाखा अशोक भदाने ने ट्रेक-रूट के पास बादल फटने के बाद भारी तादाद में लोगों के लापता होने की अफवाहों को खारिज कर दिया। अफसर ने कहा, "लगभग सभी लोग घर पहुंच चुके हैं," और लोगों से अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की। उन्होंने कहा, "खराब नेटवर्क और खराब मौसम के चलते कई लोग अपने परिवारों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं।"
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