नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने आज लोकसभा में सरकार की जमकर मजम्मत की। केंद्र सरकार पर बरसते हुए शशि थरूर ने कहा कि सरकार के कुप्रबंधन के कारण ही लोगों की आय कम हुई है और देश में महंगाई बढ़ रही है। थरूर ने मोदी सरकार पर कई क्षेत्रों के महत्वपूर्ण आंकड़े छिपाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान में एनडीए का मतलब 'नो डेटा अवेलेबल' हो गया है। थरूर ने कहा कि सरकार उन सभी क्षेत्रों फेल साबित हुई है, जहां वह अपनी तारीफ करती है।
शशि थरूर ने बुधवार को लोकसभा में अंतरिम बजट 2024-25 पर बहस की शुरुआत की। थरूर ने कहा कि देश में आर्थिर प्रबंधन को सही करने की जरूरत है। इसी कुप्रबंधन के कारण ही पिछले 10 सालों में मध्यम वर्ग, निम्न मध्यम वर्ग और गरीबों की आय कम हो गई है। कांग्रेस नेता ने कहा कि आर्थिक प्रक्रिया में जनता को हितधारक होना चाहिए, लेकिन सरकार उनके प्रति उदासीन है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का ध्यान केवल पूंजीगत व्यय पर केंद्रित है।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण पर भी निशाना साधते हुए शशि थरूर ने वित्तमंत्री के उस कथन का खंडन किया, जिसमे उन्होंने कहा था कि एनडीए सरकार में जीडीपी का मतलब गवर्मेंट, डेवलपमेंट और परफार्मेंस है। थरूर ने कहा कि वर्तमान में जी का मतलब गर्वमेंट इंट्रूजन, डी का मतलब डेमोग्राफिक बिट्रेयल और पी का मतलब पावर्टी कान्टिन्यू है। उन्होंने कहा कि वित्तमंत्रीने अपने बजट भाषण में युवा, महिला, गरीब और किसान के रूप में चार वर्गों की बात की है, लेकिन हकीकत यह है कि इस सरकार में इन्हीं चार वर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी है।
शशि थरूर ने कहा कि मोदी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के नारे के साथ सत्ता में आई थी, लेकिन बीते 10 सालों में जनता को धोखा दिया गया है। आज युवा नौकरी की तलाश में बिना अपनी जान की फिक्र किए इस्राइल तक जाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार दावा करती है कि उसने देश के 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है, लेकिन अगर इसमें सच्चाई है तो 81 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने की जरूरत क्यों पड़ रही है?
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