मशहूर गायिका लता मंगेशकर ने आज आखिरी सांस ली। दिग्गज सिंगर मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में थीं, किंतु उनके स्वास्थ्य में सुधार के कोई संकेत नहीं थे और उनकी स्वास्थ्य की स्थिति बिगड़ गई। कई दिनों के इलाज के बाद गायिका कोरोना से अपनी जंग हार गई। उनकी मौत की खबर उनके दोस्तों और परिवार के लिए एक बहुत बड़े सदमे के रूप में आई। उनके चाहने वालों व फिल्म बिरादरी के कई लोगों ने अपने सोशल मीडिया हैंडल का सहारा लिया है और दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
आपको तो पता ही होगा कि उन्हें अक्सर ‘भारत की कोकिला’ के रूप में जाना जाता था और उन्होंने वर्षों तक कई गीतों को अपनी आवाज दी है। दिवंगत सिंगर विश्व भर में लाखों लोगों के लिए प्रेरणा रहे हैं। आइए हम उस महान कलाकार को याद करते हुए उनके आखिरी गीत के बारे में जाते हैं।
लता ने कथित तौर पर 36 भाषाओं में एक हजार से ज्यादा गानों में अपनी आवाज दी है। उन्होंने इंडियन आर्मी व देश को श्रद्धांजलि के रूप में मयूरेश पई द्वारा रचित अपना अंतिम गीत ‘सौगंध मुझे इस मिट्टी की’ रिकॉर्ड किया। इसे 30 मार्च 2019 को रिलीज़ किया गया था। मगर उनका आखिरी पूर्ण एल्बम 2004 में वीर-ज़ारा से था।