बिहार ।। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के बेटे की शादी की खबर पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। ऐसे में एक चर्चा और है कि बिना दहेज की शादी में आखिर LALU YADAV ने मनाही के बावजूद सुशील मोदी के बेटे के हाथ में एक बंद लिफाफा क्यों दिया? जबकि सुशील मोदी की ओर से दिए गए आमंत्रण पत्र में साफ लिखा था कि शादी में किसी भी तरह का तोहफा लेकर ना आएं।
बता दें बिहार में सुशील मोदी के बेटे की रविवार को अनोखी शादी हुई। अनोखी इस मायने में कि यह शादी दहेज मुक्त और बिना तामझाम वाली थी। इससे भी बड़ी बात कि इस शादी में किसी को भी तोहफा देने की इजाजत नहीं थी, लेकिन इसके बावजूद LALU YADAV के एक दांव ने सबको चौंका दिया है।
सुशील मोदी लाख अपील करते रहे, लेकिन LALU ने दूल्हा-दुल्हन को शगुन का लिफाफा थमा ही दिया। अब इस बंद लिफाफे में क्या था ये तो LALU और MODI को ही पता, लेकिन बिहार के सियासी गलियारों में यह चर्चा का विषय बनने लगा है।
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LALU के दिए इस बंद लिफाफे को लेकर बिहार के सियासी गलियारों में खूब चर्चा हो रही है। सबकी उत्सुकता यही है कि आखिर इस लिफाफे में क्या था? अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हो सका है।
JDU नेताओं ने तंज कसते हुए कहा है कि LALU मीडिया के डार्लिंग हैं और कैमरे में बने रहने के लिए कुछ ना कुछ उत्पात मचाते रहते हैं। ऐसे में जवाब देते हुए राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि LALU जी अपनी सभ्यता संस्कृति को नहीं भूलते हैं। ये उनका सीधा-सरल स्वभाव है, वो किसी की बात में नहीं आते, सुशील मोदी ने भी LALU जी की बेटियों की शादी में उपहार दिया था, ऐसे में उन्होंने भी बस उस उपहार को वापस किया है। बड़ा उपहार तो नहीं दिया।
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