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शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार

भाजपा नेताओं का पिछले कुछ महीनों से बंगाल (West Bengal Election) का ताबड़तोड़ दौरे करना बताता है कि अब मोदी सरकार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आर-पार के मूड में आ गई है। ‘भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता राजधानी दिल्ली से बंगाल पहुंचकर ममता बनर्जी से दो-दो हाथ करते हैं और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (West Bengal Election) की बिसात बिछाने में जुटे हुए हैं’। अब इसी कड़ी में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर 19 दिसंबर को बंगाल जा रहे हैं। यहां हम आपको बता दें कि अमित शाह का नवरात्रि उत्सव पर भी बंगाल जाने का दौरा था लेकिन ऐनमौके पर वह नहीं जा पाए थे। ‘गृहमंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर पश्चिम बंगाल की राजनीति में अचानक गरमाहट पैदा हो गई है’।

Amit shah Vs Mamta Banerji
Amit shah Vs Mamta Banerji

 

अमित शाह के बंगाल दौरे से पहले केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरने के लिए भाजपा के दिग्गज नेताओं की पूरी फौज उतार दी है। अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Election)  के मद्देनजर बीजेपी ने अपने केंद्रीय मंत्रियों, एक उपमुख्यमंत्री और कई केंद्रीय नेताओं को विभिन्न मोर्चों पर तैनात किया है और उन्हें छह से सात संसदीय क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी है।

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, संजीव बालियान, प्रह्लाद पटेल, अर्जुन मुंडा और मनसुख भाई मांडविया बंगाल एक-दो दिन में पहुंच रहे हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी बंगाल जा रहे हैं। यहां हम आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और बंगाल प्रभारी विजयवर्गीय पिछले काफी समय से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरने के लिए बंगाल के लगातार दौरे कर रहे हैं। यह दोनों नेता बंगाल के सियासी समीकरणों की अपडेट जानकारी पीएम मोदी को देते रहते हैं।

पिछले वर्ष हुए लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा बंगाल को लेकर उत्साहित है—

यहां हम आपको बता दें कि वर्ष 2016 में हुए पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव (West Bengal Election)  में भारतीय जनता पार्टी कोई खास अपना जनाधार नहीं बना पाई थी। लेकिन उसे पिछले वर्ष यानी 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में मिली बड़ी सफलता ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में पैर जमाने का रास्ता मिल गया था।

‘लोकसभा चुनाव में राज्य की 42 सीटों में से 18 पर मिली जीत से उसके हौसले बुलंद हैं और वह तृणमूल कांग्रेस के मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभर कर सामने आई है। तभी से भाजपा नेता बंगाल-बंगाल की रट लगाए हुए हैं और लगातार दावा करते आ रहे हैं कि अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव (West Bengal Election) में बीजेपी, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल सरकार को सत्ता से बाहर फेंक देगी’। गौरतलब है कि अप्रैल-मई के महीने में पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव (West Bengal Election) है। लेकिन पांच महीने पहले ही चुनावी संग्राम आपने चरम पर है, जिसे लेकर गृहमंत्री अमित शाह दो दिनों के बंगाल दौरे पर जा रहे हैं।

तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी थाम सकते हैं भाजपा का दामन—

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता को बुधवार को बड़ा झटका तब लगा जब तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में से एक और विधायक शुभेंदु अधिकारी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। अब ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि शुभेंदु अधिकारी गृहमंत्री अमित शाह के सामने भाजपा का दामन थाम सकते हैं। यहां हम आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की 65 विधानसभा (West Bengal Election) सीटों पर अधिकारी परिवार की मजबूत पकड़ है। ये सीटें राज्य के छह जिलों में फैली हैं। शुभेंदु के प्रभाव वाली सीटों की संख्या राज्य की कुल 294 सीटों के पांचवें हिस्से से ज्यादा है।

गृहमंत्री का दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे के दौरान टीएमसी द्वारा जमकर विरोध किया गया था और उनके काफिले पर पथराव भी किया था। जिसके बाद केंद्रीय नेताओं की सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार को जमकर लताड़ लगाई गई थी। बता दें कि अमित शाह अपने दो दिनी बंगाल दौरे पर जनसभाएं और रोड शो भी करेंगे। इसके अलावा गृहमंत्री बीजेपी के सम्मेलन में शामिल होंगे और कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने और उनके हौसले को ताकत देते हुए चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। (West Bengal Election)

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