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लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की। भाजपा ने तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सत्ता हासिल की। इस प्रकार, कांग्रेस केसीआर की भारत राष्ट्र समिति को रोकने में सफल रही, जो तेलंगाना में दस वर्षों से सत्ता में है।

छत्तीसगढ़ के नतीजों ने सियासी पंडितों की राय को गलत साबित कर दिया। अपनी भारी लोकप्रियता के बावजूद, भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस हार गई। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 90 में से 54 सीटें जीतकर बहुमत हासिल कर लिया जबकि कांग्रेस को 35 सीटों से संतोष करना पड़ा।

इस बीच छत्तीसगढ़ चुनाव को कई वजहों से अहमियत मिल गई है। इसकी एक वजह यह भी है कि सीआरपीएफ से स्वेच्छा से रिटायर हुए एक जवान ने यहां विधायक बनने का गौरव हासिल किया। हवलदार राम कुमार टोप्पोन की जीत की काफी चर्चा है। वह 31 साल के हैं और उन्होंने मंत्री और कांग्रेस विधायक अमरजीत भगत को सीतापुर विधानसभा क्षेत्र से 17 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है। कुछ महीने पहले (1 सितंबर) भगत भाजपा में शामिल हुए थे। दरअसल 2021 में उन्हें राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था।

इस साल की शुरुआत में सीआरपीएफ में कार्यरत टोप्पो को छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में गृह मंत्री अमित शाह ने पदक से सम्मानित किया था। सीआरपीएफ ने पहली बार छत्तीसगढ़ में इस तरह का कार्यक्रम आयोजित कर यह संदेश दिया था कि राज्य में नक्सली समस्या अब नियंत्रण में है। राज्य में नक्सल विरोधी अभियान के लिए केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है।
 

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