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यूपी की आठ लोकसभा सीटों पर आने वाली 19 तारीख को पहले चरण में मतदान होना है। पहले फेज में मुजफ्फरनगर सीट पर भी वोटिंग होगी। चीनी का कटोरा कहे जाने वाले मुजफ्फरनगर में अब तक भाजपा के संजीव बालियान और सपा के हरेंद्र मलिक के बीच टक्कर मानी जा रही थी। मगर बसपा की एंट्री ने इलेक्शन को दिलचस्प बना दिया है।

जानकारों का कहना है कि बसपा ने यहां से दारा सिंह प्रजापति को उतारकर सपा की राह आसान और बीजेपी की राह कठिन कर दी है। मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर चुनाव दो हज़ार 19 की तरह बेहद ही कड़ा हो गया है। दो हज़ार 19 में बीजेपी से डॉ। संजीव बालियान और आरएलडी गठबंधन से चौधरी अजीत सिंह मैदान में थे। यहां से बाजी संजीव बालियान ने मारी। दो हज़ार 19 में बसपा ने इस सीट पर कोई उम्मीदवार नहीं उतारा, मगर इस बार बसपा ने अपना प्रत्याशी उतार दिया है।

ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी को दलित वोटों का नुकसान हो सकता है। मुजफ्फरनगर लोकसभा में मुख्य रूप से बीजेपी के प्रत्याशी डॉ. संजीव बालियान और सपा प्रत्याशी हरेंद्र मलिक के बीच मुकाबला है। बसपा प्रत्याशी दारा सिंह प्रजापति के दोनों प्रत्याशियों के गणित को बिगाड़ने में भूमिका है। यानी बीजेपी और सपा के वोट अपनी ओर कर हार जीत के अंतर को प्रभावित कर सकते हैं। 

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