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बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार को 15 विपक्षी दल  भाजपा के खिलाफ एकजुट हुए। पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निवास पर दोपहर करीब 12 बजे से विपक्षी दलों की शुरू हुई बैठक शाम 4 बजे खत्म हुई। इस बैठक को लेकर विपक्षी नेता कई दिनों से उत्साहित थे। इस बैठक को लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बेहद अहम माना जा रहा है।‌ लेकिन आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस महाबैठक के दौरान एकजुट होते हुए नजर नहीं आए। 

आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच महाबैठक के दौरान मनमुटाव भी सामने आए। सीएम केजरीवाल ने इस बैठक में अलग डिमांड रख दी। शुक्रवार सुबह कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी महाबैठक में शामिल होने पहुंचे पटना एयरपोर्ट पर पहुंचते ही कहा- हम सभी विपक्षी दल भाजपा को साल 2024 के लोकसभा चुनाव में हराएंगे। इसके बाद राहुल और कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एयरपोर्ट से सीधे कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे। यहां राहुल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर ‌भाजपा को हराएंगे। देश में दो विचारधारा की लड़ाई चल रही है। 

एक तरफ कांग्रेस की भारत जोड़ो विचारधारा है तो दूसरी ओर भाजपा-आरएसएस की भारत तोड़ो। बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव और पीएम नरेंद्र मोदी व बीजेपी को सत्ता से हटाने को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई। 

जानें सीट बंटवारे को लेकर राहुल गांधी ने क्या कहा

बैठक के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, सीट बंटवारे के मुद्दे पर हम त्याग करने को तैयार हैं। देश बचाने के लिए हमें कुछ सीटें छोड़नी होंगी तो वो भी किया जाएगा। विपक्षी दलों की बैठक में न्‍यूनतम साझा कार्यक्रम पर चर्चा हुई। जिसमें गठबंधन की सीटों के बंटवारे का एक सर्वमान्य फॉर्मूला तय किया जाए। दिल्ली के लिए लाए गए केंद्र सरकार के अध्यादेश पर भी बात हुई। हर सीट पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष का एक प्रत्याशी उतारा जाए। भाजपा के खिलाफ बनने वाले गठबंधन का एक नाम तय किया जाए। न्यूनतम साझा कार्यक्रम (कॉमन मिनिमम प्रोग्राम) तय किया जाए। गठबंधन की सीटों के बंटवारे का एक सर्वमान्य फॉर्मूला तय किया जाए। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अच्छी मुलाकात हुई। एक साथ चलने की बात हुई है। एक साथ चुनाव लड़ने की सहमति बन गई है। अगली मीटिंग सब पार्टियों की एक और जल्द की जाएगी। इस मीटिंग में अंतिम रूप दिया जाएगा, कौन कहां से, कैसे लड़ेगा। महाबैठक में नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों से कहा कि लोकतंत्र बचाना है तो साथ आना जरूरी है। वहीं राहुल गांधी ने भी विपक्ष से अपील की। उन्होंने कहा कि साफ दिल से विपक्ष एकजुट हो। यह न हो कि अंदर कुछ, बाहर कुछ कहा जाए। बिहार की राजधानी पटना में आज विपक्षी नेताओं की महाबैठक हुई।  

इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, जेडीयू नेता नीतीश कुमार, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आप संयोजक अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (उद्धव गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारुख अब्दुला, सीपीआई सचिव डी राजा, सीपीएम  सचिव सीताराम येचुरी और सीपीआईएमएल के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य सहित कई बड़े राजनीतिक दिग्गज शामिल हुए। विपक्ष की इस बड़ी बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 के रोडमैप पर विस्तार से बातचीत हुई।

 

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