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Maha Kumbh 2025: यागराज में चल रहे महाकुंभ में अब तक करोड़ों लोग आ चुके हैं. मकर संक्रांति पर पहले अमृत स्नान के दिन 3.5 करोड़ लोगों ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई थी. अब 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के लिए 10 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने का अनुमान है। देश भर से श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं. इस वजह से प्रयागराज जाने वाली बसों और ट्रेनों में भारी भीड़ है। हवाई टिकटों की भारी मांग से फ्लाइट्स का किराया भी कई गुणा बढ़ चुका है।

हर 12 वर्ष में होने वाले महाकुंभ मेले के दौरान प्रयागराज में श्रद्धालुओं की संख्या आसमान छू रही है। मकर संक्रांति के दिन 3.5 करोड़ लोगों ने संगम की पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाई। अब मौनी अमावस्या के अवसर पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम पहुंचने का अनुमान है, जो इस महाकुंभ को ऐतिहासिक बना सकता है।

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण प्रयागराज जाने वाली बसों और ट्रेनों में भीड़भाड़ देखी जा रही है। इसके अलावा, हवाई यात्रा के लिए टिकटों की भारी मांग ने हवाई किराए को आसमान पर पहुंचा दिया है। चेन्नई से प्रयागराज के लिए राउंड ट्रिप का किराया 1,13,962 रुपये तक पहुंच गया है, जो कि एक चौंकाने वाली वृद्धि है। कनेक्टिंग फ्लाइट्स का किराया सबसे अधिक बढ़ा है, और 29 जनवरी को पहली कनेक्टिंग फ्लाइट मुंबई के रास्ते प्रयागराज पहुंचेगी।

दिल्ली से प्रयागराज आने-जाने का किराया भी कम नहीं है। एयर इंडिया, अकासा एयर, एलायंस एयर, इंडिगो एयरलाइंस और स्पाइसजेट जैसी एयरलाइंस के टिकट 50,000 से 70,000 रुपये के बीच बिक रहे हैं। अन्य शहरों से भी प्रयागराज के लिए हवाई किराया अत्यधिक बढ़ चुका है, जैसे कि मुंबई-प्रयागराज का किराया 60,000 रुपये, हैदराबाद-प्रयागराज का 54,000 रुपये और बेंगलुरु-प्रयागराज का 70,000 रुपये है।

इस असामान्य स्थिति को देखते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयरलाइन कंपनियों से किराए को तर्कसंगत बनाने का आग्रह किया है। जनवरी में डीजीसीए ने 81 अतिरिक्त उड़ानों को मंजूरी दी है। इससे प्रयागराज के लिए हवाई संपर्क बढ़कर 132 उड़ानों तक पहुंच गया है। नियामक ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि मांग में संभावित वृद्धि को देखते हुए एयरलाइन कंपनियों से उड़ानों की संख्या बढ़ाने और किराए को तर्कसंगत बनाने का आग्रह किया गया है।

जैसे-जैसे महाकुंभ का मेला आगे बढ़ रहा है, प्रयागराज के संगम में श्रद्धालुओं की आस्था और यात्रा की चुनौतियों का मिलाजुला अनुभव देखने को मिल रहा है।