मेघालय। सरकारें भले ही देश भर में विकास में दावे करती रहती हैं लेकिन आज भी कई ऐसे इलाके हैं जहां बुनियादी सुविधाओं का जबरदस्त आभाव है। ताजा मामला मेघालय (Meghalaya) से सामने आ रहा है। यहां के री-भोई जिले में एंबुलेंस ) या कोई अन्य वाहन न मिलने पर एक 36 सप्ताह की गर्भवती महिला को सोमवार को बांस के स्ट्रेचर पर लादकर पांच किलोमीटर पैदल चल कर परिजनों ने अस्पताल पहुंचाया। महिला ने अस्पताल में एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया है। हालांकि अब महिला और बच्चा दोनों ठीक हैं।
बताया जा रहा है कि अस्पताल तक पहुंचने के पांच किलोमीटर के सफर दौरान हाई ब्लडप्रेशर से पीड़ित महिला प्रसव पीड़ा से भी जूझ रही थी। पाथरखमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर सी लिंगदोह ने बताया, ”जालीलम गांव के स्वयंसेवकों ने मरीज को लगभग पांच किलोमीटर तक ले जाने के लिए बारी-बारी से स्ट्रेचर को संभाला। दरअसल इस गांव के लिए कोई वाहन या एंबुलेंस नहीं थी.”लिंगदोह ने कहा कि गर्भवती महिला ने सीएचसी में चार किलोग्राम से अधिक वजन वाली एक बच्ची को जन्म दिया और दोनों ठीक हैं।’ (Meghalaya)
Community Members from Jailum #Ribhoi, came forward and volunteer to carry the pregnant woman to the Health Centre using a makeshift stretcher. The pregnant woman was also accompanied by the #MLHP of Umsong #HWC & reached the health facility safely@CMO_Meghalaya@JamesSangma1 pic.twitter.com/rfIyQf7Ex6
— NHM Meghalaya (@NHMMeghalaya) September 5, 2022
गांव के एक बुजुर्ग का कहना है कि बीते कई सालों से भारी बारिश और रखरखाव न होने की वजह से जलीलम और स्वास्थ्य केंद्र के बीच की सड़क खस्ताहाल हो चुकी है। ऐसे में लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। कई बार शिकायत कि बाद भी स्थानीय प्रशासन ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। (Meghalaya)
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