img

मुंबई/नई दिल्ली।। प्रवासी मजदूरों की बेचैनी सरकार के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही है। नई दिल्ली के आनंद विहार और मुंबई के ब्रांदा स्टेशन पर एक बार फिर से हजारों मजदूरों का जमावड़ा हो गया है। सोशल-डिस्टेंसिंग की खुलकर धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। अब लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की चिंता की अपेक्षा अपने घर पहुंचने की चिंता अधिक दिखाई पड़ रही है।

migrant labour on road

हालाँकि इस बार भीड़ इकट्ठा होने की वजह कुछ और है।बता दें कि आज बांद्रा स्टेशन से बिहार के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना होने वाली है। जिसमें यात्रा करने के लिए करीब एक हजार मजदूरों का रजिस्ट्रेशन किया गया है। लेकिन हजारों की संख्या में मजदूर यहां स्टेशन पर पहुंच गए हैं।

विश्व को CORONA से बचाने के लिए चीन ने लिए 2 बड़े फैसले, पूरी दुनिया को मिलेगी राहत

नई दिल्ली के तो ये हालात हैं कि प्रवासी मजदूर DTC की बसों में भरकर आनंद विहार बस अड्डे पर पहुंच रहे हैं। गौरतलब है कि लॉकडाउन 4 में दिल्ली में परिवहन के नियमों को शिथिल किया गया है जिसकी वजह से प्रवासी मजदूर आसानी से बस अड्डों पर पहुंच रहे हैं।

अनुमति के बाद फिर रोकी गई बसें, योगी सरकार की हो रही किरकिरी

हजारों की संख्या में मजदूरों के जमा हो जाने के कारण स्टेशन के बाहर अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है। हालाँकि पुलिस लगातार मजदूरों से घर जाने की अपील भी कर रही है। आपको बता दें कि स्टेशन पर बड़ी संख्या में महिलाओं-बच्चों के साथ प्रवासी मजदूर अपना सामान लेकर यहां इकट्ठे हुए हैं। हालांकि पुलिस इन सभी को घर पहुंचाने की कवायद में जुटी है। इसके साथ ही हालात को देखते हुए स्टेशन पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भी तैनात कर दी गयी है।

UP में सपा नेता और बेटे को गोली से उड़ाया, गोलीबारी का लाइव वीडियो वायरल

गौरतलब है कि इससे पहले 14 अप्रैल को भी मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूरों का हुजूम इकट्ठा हुआ था। ये सभी मजदूर लॉकडाउन बढ़ने के चलते घर जाने के लिए स्टेशन पर पहुंचे थे। लोगों को उम्मीद थी कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म हो जायेगा, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा दिया था।