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हाल ही में मंत्रि परिषद का शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में राजस्थान में हुआ जहाँ भजनलाल सरकार में 12 नए कैबिनेट मंत्री बनाए गए। कुछ लोगों को स्वतंत्र प्रभार, कुछ लोगों को राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया। इसमें वसुंधरा राजे की बिल्कुल नहीं चली है। जहाँ वसुंधरा राजे को पहले मुख्यमंत्री पद नहीं दिया गया उसके बाद उपमुख्यमंत्री पद में वसुंधरा राजे की नहीं चली।

विधानसभा स्पीकर में वसुंधरा राजे की नहीं चली और अब जब मंत्री राजस्थान में बनाए गए हैं तो जो लोगों ने शपथ ली है उस पूरी सूची में भी वसुंधरा राजे की नहीं चली है। यह पूरी सूची बताती है कि कैसे राजस्थान की सियासत में वसुंधरा राजे का दौर अब खत्म सा होता नजर आ रहा है।

हालांकि जिन लोगों ने आज शपथ ली है, मंत्रिपरिषद में जो वसुंधरा राजे खेमे के माने जाते हैं उसमें गजेंद्र सिंह खींवसर जिन्होंने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली, जवाहर बेढम जिन्होंने राज्यमंत्री की शपथ ली। सुरेंद्रपाल सिंह टीटी जिन्होंने स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री की शपथ ली। इसमें मंजू बाघमार का नाम शामिल है। हेमंत मीणा। ये सभी वो लोग जो यहां वसुंधरा राजे खेमे के माने जाते हैं और एक खास नाम और ओटाराम देवासी जो पहले राजस्थान में अनुभव ले चुके हैं।

ये अहम चर्चा है कि वसुंधरा राजे की राजनीति राजस्थान में खत्म होती सी नजर आ रही है, जहां उनकी इस पूरी मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण में भी नहीं चली है और वसुंधरा के लोगों को इस पूरी सूची में कम जगह दी गई है। 

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