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श्री मुक्तसर साहिब के मलोट के पास गांव एनाखेड़ा में दो बहनों के इकलौते भाई की उम्र करीब 17 साल थी, नेशनल की रनिंग व बास्केटबॉल की तैयारी के बाद गांव में बने ट्रैक में दौड़ते समय अचानक दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। इस घटना से पूरे विधानसभा क्षेत्र के साथ-साथ पूरे गांव में शोक की लहर है.

हलका मलोट के गांव ईंखेड़ा में आज शोक की लहर है। गांव में दो बहनों का इकलौता भाई 17 वर्षीय गुरतेज सिंह शुरू से ही खेलों में रुचि रखता था, जो 1600 के अलावा मीटर दौड़ और बास्केटबॉल खेल उसने अलग अलग जिलों और अन्य राजाओं से कई ट्राफियां और पदक जीते थे, जिससे परिवार के साथ-साथ पूरे गांव को चिंता थी, मगर अब भगवान को कुछ और ही मंजूर था। शाम को जब यह नवोदित खिलाड़ी राष्ट्रीय खेलों की तैयारी के लिए गांव की पटरी पर दौड़ रहा था तो अचानक हुए हमले से उसकी मौत हो गई, जिससे परिवार का बहुत बुरा हाल है। ग्रामीणों में जहां शोक की लहर है, वहीं विधानसभा क्षेत्र में भी भारी शोक मनाया जा रहा है.

मृतक बालक के पिता ने आंखों में आंसू भर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वाना का मेधावी पुत्र कान्वेंट स्कूल में पढ़ता था और पढ़ाई के नाम पर खेलों में उसकी काफी रुचि थी, जिसने 1600 मीटर दौड़ व बास्केटबॉल में कई मेडल जीते थे.

शाम नेशनल गेम्स की तैयारी कर रहे थे जब वो दौड़ रहे थे तभी अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया मगर वो हमसे हमेशा के लिए दूर हो गए.
 

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