बेतिया। बिहार के पश्चिमी चंपारण में स्थित बेतिया में होली के दिन अनिरुद्ध नाम के एक कैदी की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। लोगों ने आरोप लगाया कि कैदी की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है। कैदी की मौत से नाराज लोगों ने जमकर बवाल काटा था और थाने में आग लगा दी थी। नाराज भीड़ ने हवलदार की भी निर्मम हत्या कर दी गई थी। हालांकि इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि कैदी की मौत मधुमक्खियों के काटने की वजह से हुई है।
अब इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें पुलिस की बात सच साबित होती हुई दिखाई दे रही है। वायरल सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि जेल में बंद कैदी अनिरुद्ध यादव चापाकल के पास पानी पीने के लिए गया था। वहीं पर मधुमक्खियों ने उस पर हमला कर दिया।
मधुमखियों से बचने के लिए वह भागकर बाइक के पास पहुंचा और छिपता नजर आ रहा है। इसके बाद एक पुलिसकर्मी द्वारा उसे कंबल फेंक कर दिया जाता है, जिसे ओढ़ कर वो भाग रहा है। इस वीडियो को देखने से ये स्पष्ट हो रहा है कि अनिरुद्ध की मौत मधुमक्खियों के काटने से हुई है।
गौरतलब है कि बीते शनिवार को कुछ असामाजिक तत्वों ने अफवाह उड़ा दी कि अनिरुद्ध यादव की मौत पुलिस की पिटाई की वजह से हुई है। भीड़ ने अफवाह फैला कर थाने पर हमला बोल दिया था और थाने में रखे सभी वाहनों में आग लगा दी थी। इस दौरान थाना बैरक में हवलदार राम जनक राय की असामाजिक तत्वों ने ईंट-पत्थर से कूच-कूचकर हत्या भी कर दी थी। अराजक तत्वों ने पूरे पांच घण्टे तक थाने पर कब्जा जमाये रखा था।
अब इस संबंध में बेतिया एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा का कहना है कि मामले अभी तक चार प्राथमिकी दर्ज की गई है। सीसीटीवी फुटेज की मदद से 210 लोगों को चिन्हित किया गया है जबकि 11 लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया गया है।गौरतलब है कि बलथर थाने में मधुमक्खी के दर्जनों छाते लगे है, जिस चापाकल पर कैदी पानी पीने गया था, वहां भी मधुमक्खी का छत्ता था।
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