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हल्द्वानी। साल 2015 की में हुए दरोगा भर्ती घोटाले (Inspector Recruitment Scam) की जांच में पंतनगर विश्वविद्यालय की भूमिका बेहद संदिग्ध बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि विवि स्तर से ही भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी हुई है। गड़बड़ी किस स्तर पर और कैसे हुई इसका पता लगाने के लिए परीक्षा की ओएमआर शीट को भी बेहद अहम माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि विजिलेंस के हाथ ओएमआर शीट की फोटो कॉपी लगी है और सब इसी से गड़बड़ी का पता लगाया जायेगा।
बीते दिनों हुई जांच में पता चला था कि मामले का खुलासा होने के बाद ओएमआर शीट को नष्ट कर दिया है। इससे जांच प्रक्रिया के अंजाम तक पहुंचने की उम्मीदों को झटका लगा था। वहीं अब कहा जा रहा है कि विजिलेंस ने जांच की जिम्मेदारी मिलते ही ओएमआर शीट की फोटो कॉपी पुलिस मुख्यालय से कब्जे में ले ली थी। इससे भर्ती घपले के सूत्रधार और गलत तरीके से भर्ती हुए दरोगाओं तक पहुंचने में मदद मिलने की उम्मीद है।(Inspector Recruitment Scam)
गौरतलब है कि दरोगा भर्ती में 17606 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। इनमे से कुल 339 अभ्यर्थी सफल हुए थे। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि सफल अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट की फोटो कॉपी और अन्य दस्तावेज जीबी पंत विवि की तरफ से पुलिस मुख्यालय भेजे गए थे, जिन्हें मुख्यालय में सुरक्षित रख लिया गया था। इधर विजिलेंस अधिकारियों का कहना है कि न्यायालय में प्रथम साक्ष्य के उपलब्ध नहीं होने पर द्वितीय साक्ष्य को मान्यता मिलती है। इसके बाद तीसरे साक्ष्य को प्रमुखता दी जाती है। पहले साक्ष्य में ही ओएमआर शीट के सबूत हाथ लगने से विजिलेंस मामले में कार्रवाई को लेकर काफी आश्वस्त है।(Inspector Recruitment Scam)
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