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Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली की लेडी डॉन जिकरा के बारे में तो आपने सुना ही होगा। वही लड़की जो मस्तान गैंग का हिस्सा थी, जो बेहिचक हथियार उठाकर सोशल मीडिया पर रील बनाती थी। 17 अप्रैल को एक 17 साल के लड़के की बेरहमी से हत्या कर दी गई। पुलिस जाँच में पता चला कि इस हत्या के पीछे कोई और नहीं, बल्कि जिकरा और उसका भाई ही था।

लेडी डॉन उस लड़के को पसंद नहीं करती थी जिसने जिकरा के छोटे भाई पर हाथ उठाया था। अब पुलिस ने इस हत्याकांड में चार्जशीट तैयार कर ली है। दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में कई खुलासे हो रहे हैं। यह हत्याकांड दिल्ली में चल रहे गैंगवार का नतीजा है।

इंस्टाग्राम पर हथियार दिखाकर दहशत फैलाने वाली जिकरा अपने भाई पर हुए हमले का बदला लेना चाहती थी। उसने इसकी योजना एक महीने पहले ही बना ली थी। इतना ही नहीं, उसने एक ऑटोमैटिक पिस्टल भी खरीद ली थी। जिस पिस्टल से वह रील बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के आरोप में जेल गई थी, वह उसने खुद बनाई थी। मगर उसने बदला लेने का इरादा नहीं छोड़ा।

22 वर्षीय जिकरा लंबे समय से छोटे-मोटे अपराधों में शामिल रही है। उसे रील बनाने का बहुत शौक है। वह एक 2 साल के बेटे की माँ भी है, मगर अपने पति से अलग रहती है।

हाशिम बाबा नाम के एक गैंगस्टर ने भी उसे अपनी पत्नी के लिए बाउंसर के तौर पर रखा था। बाद में वह मस्तान गैंग में शामिल हो गई। मस्तान गैंग का सरगना शोएब मस्तान इस समय डकैती के एक मामले में जेल में है। जिकरा डॉन बनना चाहती थी और अक्सर हाथ में बंदूक लेकर रील बनाती थी। वह और उसका छोटा भाई साहिल पड़ोसियों में दहशत फैलाते थे।

चार्जशीट के अनुसार, मार्च में एक हत्या की साजिश रची गई थी और एक पिस्तौल खरीदी गई थी। मगर दिल्ली पुलिस ने उसे इंस्टाग्राम पर पिस्तौल दिखाकर दहशत फैलाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था, मगर उसे जमानत मिल गई।

जेल से रिहा होने के 10 दिन के अंदर ही उसने हत्या की साजिश रची। उसने मस्तान गैंग को मुखबिरी की थी। पूरा मामला मस्तान गैंग और लाला गैंग के बीच हुए गैंगवार का है। पिछले साल नवंबर में, जिकरा के भाई साहिल की लाला गैंग के सदस्यों ने पिटाई कर दी थी। उनमें एक 17 वर्षीय लड़का भी शामिल था।

मृतक युवक के परिवार का कहना है कि उसका किसी गैंग से कोई संबंध नहीं था। जिकरा बस अपने भाई पर हुए हमले का बदला लेना चाहती थी। उसने मस्तान गैंग के सदस्यों को उसकी हत्या की मुखबिरी की थी।

17 अप्रैल की सुबह, लड़का दूध लेने गया था, मगर सीलमपुर में बीच सड़क पर उसे चाकू मार दिया गया। इस हत्या से इलाके में दहशत फैल गई थी।

इस गैंगवार मामले को धार्मिक रंग देने की कोशिश की गई थी। मगर जब पुलिस ने जाँच की, तो सच्चाई सामने आ गई। पुलिस ने जिकरा, उसके भाई और अन्य साथियों के खिलाफ सबूत इकट्ठा किए। 300 पृष्ठों के आरोपपत्र में जिकरा सहित 7 लोगों के नाम हैं।

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