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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आवारा कुत्तों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। खासकर ग्रामीण इलाकों में ये समस्या और भी गंभीर हो गई है, जहां बच्चे और बुजुर्ग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। बांदा जिले के गिरवां क्षेत्र में बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया।

पतरहा गांव का रहने वाला चार साल का कृष्णकांत उर्फ कृष्णा रोज की तरह सुबह अपने घर से करीब दो सौ मीटर दूर स्थित दुकान पर बिस्कुट लेने गया था। मासूम ने जैसे ही लौटने की राह पकड़ी, अचानक आवारा कुत्तों का एक झुंड उस पर टूट पड़ा। बच्चा कुछ समझ पाता, इससे पहले ही पांच-छह कुत्तों ने उसे घेर लिया और हमला कर दिया।

कुत्ते उसे खींचते हुए एक सुनसान जगह तक ले गए और वहीं नोच-नोचकर घायल कर दिया। कृष्णा की चीख-पुकार सुनकर पास ही की एक महिला घटनास्थल की ओर भागी। जब उसने देखा कि कुत्ते बच्चे को नोच रहे हैं, तो उसने पत्थर फेंककर उन्हें भगाने की कोशिश की। महिला ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत परिजनों को खबर दी।

घटना की जानकारी मिलते ही घर से दौड़ते हुए पहुंचे कृष्णा के परिवार वाले बच्चे को इस हालत में देखकर बेसुध हो गए। चार बेटियों में अकेला बेटा होने के कारण मां गीता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। उन्हें होश में लाने में काफी समय लगा। जब तक कोई मदद मिलती, तब तक मासूम की सांसे थम चुकी थीं।

सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

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