यूपी किरण डेस्क। लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। वाराणसी के पूर्व सांसद राजेश मिश्रा मंगलवार को कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है। BJP राजेश मिश्रा को भदोही लोकसभा सीट से उम्मीदवार बना सकती है। बीजेपी ज्वाइन करने के बाद राजेश मिश्रा ने कहा कि इस बार बनारस लोकसभा सीट पर विपक्षी उम्मीदवार को पोंलिग एजेंट के भी लाले पड़ेंगे।उन्होंने कहा कि ये सौभाग्य की बात है कि वाराणसी के सांसद मोदी दुनिया में देश का नाम रौशन किया है।
गौरतलब है कि राजेश मिश्रा की गिनती मजबूत और जनाधार वाले नेताओं में होती है। साल 2004 में उन्होंने बतौर कांग्रेस उम्मीदवार वाराणसी लोकसभा सीट से सांसद चगुने गए थे। जानकारी के मुताबिक़ उन्हें रवि शंकर प्रसाद और अरुण सिंह ने पार्टी में शामिल कराया। बताते चलें कि पूरब संसद सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन से खिन्न थे और कई दिनों पहले ही उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। राजेश मिश्रा ने कहा था कि यूपी में कांग्रेस का संगठन खत्म हो चूका है।
कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन होने के बाद राजेश मिश्रा ने कहा था कि यूपी में कांग्रेस ने सपा के सामने सरेंडर कर दिया है। गठबंधन में कांग्रेस को जो सीटें मिली भी हैं, उन सीटों पर पार्टी के पास उम्मीदवार ही नहीं है। राहुल गांधी की न्याय यात्रा पर भी उन्होंने प्रतिकूल टिपण्णी की थी। पूर्व संसद ने कहा था कि राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा नहीं भारत तोड़ो यात्रा की तरह काम कर रहे हैं। बतौर राजेश मिश्रा अभी कई और वरिष्ठ वरिष्ठ नेता कांग्रेस छोड़ सकते हैं।
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