
पीओके यानि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की जनता ने पाकिस्तान पुलिस और प्रशासन के क्रूर अत्याचारों के खिलाफ विद्रोह का आह्वान किया है। पाकिस्तानी पुलिस यहां के लोगों की आवाज को दबाने के लिए हिंसा का सहारा ले रही है. पुलिस की इस हिंसा में एक आम नागरिक की मौत हो गई है. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने एक पुलिस अधिकारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी.
मुजफ्फराबाद और रावलकोट में स्थानीय लोगों और पुलिस अफसरों के बीच झड़प की कई घटनाएं सामने आई हैं. मीडिया से बात करते हुए एक अफसर ने कहा कि हालिया विरोध प्रदर्शनों और हिंसक कार्रवाई को देखते हुए, पाकिस्तान दशकों से अवैध रूप से अपने कब्जे वाले क्षेत्र पर अपनी पकड़ खोता हुआ प्रतीत हो रहा है। इतना ही नहीं, रावलकोट में भारत में दोबारा विलय की मांग करते हुए पोस्टर भी लगाए गए हैं.
अधिकृत कश्मीर में इन प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे. इसके बाद लोग और उग्र हो गए और इस विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया. ऐसा लगता है कि पाकिस्तान पीओके पर अपना नियंत्रण खो रहा है और यह एक बार फिर भारत का हिस्सा बनने की कगार पर है।
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