दुनियाभर में इंसानियत कोरोना से जंग जीतने में जुटी हुई है, वहीं पाकिस्तान अपनी नापाक आदतों से बाज नहीं आ रहा है। आपको बता दें कि कोरोना संकट के बीच भी पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों के ऊपर पाकिस्तान का सितम जारी है। जिसके बाद लोगों की ज़िन्दगी मुश्किल में फंसी हुई है.
आपको बता दें कि गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में पाकिस्तान के प्रशासन द्वारा वहां के स्थानीय व्यापारी और आम लोगों पर अत्याचारों जारी है और उन्हें बाजार खोलने नहीं दिया जा रहा है, जबकि अन्य बाजारों को खोलने की इजाजत मिल चुकी है। वहीं कोरोना वायरस कहर के बीच पाकिस्तान में बाजारों को खोल दिया गया है, मगर गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र के बाजारों को नहीं खोला गया है।
इसके साथ ही लॉकडाउन से अन्य सभी बाजारों को रियायत मिल गई है और बाजारें खुल रही हैं, मगर पाक अधिकृत कश्मीर यानी पीओके के बाजारों को नहीं खोला गया है। यही वजह है कि यहां के स्थानीय लोग अब पाकिस्तान सरकार के जुल्म के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में एनएलआई बाजार के व्यापारियों का कहना है कि उनके साथ स्थानीय प्रशासन द्वारा भेदभाव किया जा रहा है।
वहीं इस मामले में एक व्यापारी ने कहा, ‘अन्य सभी बाजार खुले हुए हैं मगर हमें बंद करने को कहा गया है। क्या हम इंसान नहीं हैं? क्या हमारे बच्चे नहीं हैं?’
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