नई दिल्ली, 9 दिसम्बर| पाकिस्तान (Pakistani Army)के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने सियालकोट में एक श्रीलंकाई नागरिक की पीट-पीट कर हत्या करने जैसी घटनाओं को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने का संकल्प लिया है और द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट में कहा है कि “चरमपंथ और आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा”।
आपको बता दें कि रावलपिंडी में के सेना प्रमुख (Pakistani Army) जनरल कमर जावेद बाजवा द्वारा दो दिवसीय कोर कमांडरों के सम्मेलन की अध्यक्षता के बाद सेना के मीडिया विंग द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, “सियालकोट में जघन्य हत्या की घटना को ध्यान में रखते हुए, मंच ने स्पष्ट रूप से ऐसे तत्वों के लिए शून्य सहनशीलता की पुष्टि की ताकि देश से चरमपंथ और आतंकवाद को खत्म किया जा सके”।
वहीँ यह बयान सियालकोट में कारखाने के कर्मचारियों द्वारा एक श्रीलंकाई नागरिक की ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीट कर हत्या किए जाने की पृष्ठभूमि में आया है। इस घटना की राष्ट्रीय निंदा हुई, प्रधान मंत्री इमरान खान ने इस तरह के चरमपंथी तत्वों को कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं देने का संकल्प लिया। सभी विचारधाराओं के धार्मिक मौलवियों ने भी घटना की निंदा की। (Pakistani Army)
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोर कमांडरों (Pakistani Army) का ऐसी घटनाओं के प्रति जीरो टॉलरेंस दिखाने का संकल्प दर्शाता है कि नागरिक और सैन्य नेतृत्व ऐसे चरमपंथी तत्वों से उत्पन्न खतरे को समझते हैं। सेना प्रमुख ने पहले ही लिंचिंग की निंदा की और अपराधियों को न्याय दिलाने के लिए नागरिक अधिकारियों को हर संभव सहायता की पेशकश की।
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