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मोदी सरकार के बुलाए गए संसद के विशेष सत्र की शुरुआत आज से होने जा रही है। 5 दिन (18 से 22 सितंबर) तक चलने वाले संसद के विशेष सत्र के दौरान केंद्र सरकार कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित कर सकती है। स्पेशल सत्र में पांच बैठकें होंगी। इस बार सत्र की सबसे खास बात यह है कि सभी पार्टियों के सांसद संसद की नई बिल्डिंग में दिखाई देंगे। वहीं सत्र शुरू होने से पहले ऑल पार्टी मीटिंग हुई। इस दौरान कई पार्टियों ने महिला आरक्षण विधेयक को पेश करने और पारित करने की जोरदार वकालत की। 

रविवार को उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने नए भवन में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। पहले दिन की कार्यवाही संसद की पुरानी बिल्डिंग में होगी। उसके बाद सांसद नए संसद भवन में पहुंचेंगे। 19 सितंबर को ही नए भवन में सत्र की बैठक होगी और 20 सितंबर से इसमें नियमित कामकाज शुरू होगा। लोकसभा सचिवालय बुलेटिन के अनुसार, सभी सांसदों को मंगलवार सुबह 9.30 बजे ग्रुप फोटो के लिए बुलाया गया है। नए संसद भवन में प्रवेश के लिए सांसदों को नए पहचान पत्र भी जारी किए जा रहे हैं।

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने 28 मई को नई संसद का उद्घाटन किया था। तब तमिलनाडु से आए संतों ने सेंगोल  पीएम मोदी को सौंपा, जिसे स्पीकर की कुर्सी के बगल में स्थापित किया गया। लोकसभा को राष्ट्रीय पक्षी मोर के जैसा डिजाइन किया गया है, जबकि राज्यसभा का आकार दिखने में कमल जैसा नजर आता है। लोकसभा के अंदर एक और अलग चीज देखने को मिलेगी। सदन में स्पीकर की कुर्सी के ऊपर अशोक चक्र लगाया गया है। इसके अलावा स्पीकर के आसन के पास देश की आजादी का प्रतीक सेंगोल लगाया गया है। 

सेशन के दौरान सरकार चार बिल पेश करेगी। इसमें मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से जुड़ा बिल भी पेश किया जाएगा। इससे पहले सुबह 10 बजे विपक्षी गठबंधन INDIA की बैठक होगी जहां रणनीति तय होगी। विशेष सत्र में एक देश एक चुनाव, महिला आरक्षण, समान नागरिक संहिता सहित कई संविधान संशोधन समेत बिल पेश होने की भी अटकलें लगाई जा रही है, जिस पर हंगामा होना तय है।


लोकसभा और राज्यसभा में 75 साल की संसदीय यात्रा पर आज चर्चा से होगी शुरुआत--


लोकसभा और राज्यसभा में 75 साल की संसदीय यात्रा पर आज सुबह 11 बजे से चर्चा की शुरुआत होगी। पीएम मोदी लोकसभा में और पीयूष गोयल राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संसद के विशेष सत्र में लोकसभा में आजादी के अमृत काल पर बोल सकते हैं। 

लोकसभा और राज्यसभा में विशेष सत्र के पहले दिन आजादी के 75 साल संविधान सभा से लेकर अभी तक की उपलब्धियों पर चर्चा के साथ होगी। अगले दिन 19 सितंबर की सुबह 11 बजे पुराने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को जुटेंगे। पुराने संसद के सेंट्रल हॉल में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि I.N.D.I.A अलायंस में शामिल 28 पार्टियों में से 24 पार्टियां संसद के स्पेशल सेशन में शामिल होंगी। 6 सितंबर को सोनिया गांधी ने पीएम को एक चिट्ठी लिखी थी। जिसमें सोनिया ने 9 मुद्दे उठाए थे। 

संसद के विशेष सत्र पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 9 प्वाइंट बताते हुए पत्र लिखा था लेकिन कोई जवाब नहीं आया। सनातन धर्म पर उन्होंने कहा, हमारी पार्टी 'सर्व धर्म सम भाव' में विश्वास रखती है। हम हर धर्म का सम्मान करते हैं। केंद्र सरकार की ओर से सभी कैबिनेट मंत्रियों, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्यमंत्रियों को विशेष सत्र के पांच दिन सदन की पूरी कार्यवाही के दौरान पूरे समय मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है।

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