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New Delhi.18 सितंबर से मोदी सरकार के बुलाए गए संसद के विशेष सत्र में कई यादगार लम्हे देखने को मिल रहे हैं। जिसमें पुराने संसद भवन की विदाई, नई संसद में पहली बार सत्र की कार्यवाही। इसके साथ सभी राजनीतिक दलों के सांसदों का पुराने संसद भवन में एक साथ फोटो सेशन। संसद भवन में ऐसा नजारा पहली बार दिखाई दे रहा है। जहां सभी राजनीतिक दलों के नेता पुरानी संसद को याद करते हुए भावुक हो रहे हैं। पिछले दो दिनों से पक्ष और विपक्ष के सांसद एक साथ दिखाई दे रहे हैं।

आज पुराने संसद भवन को सभी सांसदों ने अंतिम बार विदाई दी। सेंट्रल हॉल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के सभी सांसदों के पास जाकर मिले। इसके बाद यहां राष्ट्रगान हुआ। लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसदों का एक साथ फोटो शूट हुआ। इसमें पीएम मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी समेत लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य मौजूद रहे। पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत गणेश चतुर्थी की शुभकामनाओं के साथ की। 

उन्होंने कहा कि नए संसद भवन में हम नए भविष्य का श्री गणेश करने जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कल हम सभी ने इस भवन में सार्थक चर्चा की। आज नए संसद भवन में प्रवेश करना ऐतिहासिक पल है। इस अवसर में सभी को बधाई देना चाहता हूं। नया संसद भवन आत्मनिर्भर भारत की पहचना बनेगा। इस देश को नई ऊंचाइयों तक पीएम मोदी के नेतृत्व में हम सब लेकर जाएंगे। लक्ष्य बड़ा है और राह भी कठिन है। लेकिन हम अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। 

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम सभी आज यहां इस ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में भारत की संसद की समृद्ध विरासत का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। इसी सेंट्रल हॉल में संविधान सभा की बैठक 1946 से 1949 तक हुई थी। आज हम विनम्रतापूर्वक डॉ. राजेंद्र प्रसाद, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और बीआर अंबेडकर के योगदान को याद करते हैं।  हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आभारी हैं कि उन्होंने कल अपने भाषण में बोलते हुए नेहरू के प्रयासों का उल्लेख किया। 

कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज हम ऐतिहासिक घटना के साक्षी बनने जा रहे हैं। अंग्रेजी हुकूमत से लेकर हमारी आजादी में अब तक हमने इस संसद के शानदार पल को अनुभव किया है। बाबा साहेब आंबेडकर ने हमें 395 आर्टिकल दिए हैं। इस अवसर का लाभ उठाते हुए, बिना किसी मलाल के और बिना कुछ कहे, मुझे कहना होगा कि मैं इस मंच पर खड़े होकर ऊंचा और उत्साहित महसूस कर रहा हूं, जिसने आकाशगंगा के बीच में ऐतिहासिक घटनाओं और कई महत्वपूर्ण घटनाओं का कारवां देखा है। ऐसे दिग्गज जिन्होंने इस प्रतिष्ठित सदन, जिसे संविधान सभा कहा जाता था, में भारत के संविधान को बनाने के लिए अपना दिमाग खपाया और कड़ी मेहनत की। 

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भाजपा सांसद मेनका गांधी समेत कई सांसदों ने सेंट्रल हॉल में संबोधित किया। इस मौके पर संसद परिसर भी खामोश नजर आया। आज सत्र का दूसरा दिन है। सत्र की कार्यवाही आज से नए संसद भवन में चलेगी। आज लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 1.15 बजे और राज्यसभा की कार्यवाही 2.15 बजे शुरू होगी। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को न्योता भेजा गया है। वे संबोधित भी करेंगे। इसके साथ ही झारखंड के पूर्व सीएम शिबू सोरेन और मेनका गांधी भी स्पीच देंगी। केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है। 

स्पेशल सत्र में 5 बैठकें होंगी। इस दौरान 4 बिल पेश किए जाएंगे। उधर विपक्षी पार्टियों ने सरकार से सवाल-जवाब करने के लिए 9 मुद्दों की लिस्ट तैयार की है। आज नई संसद में महिला आरक्षण बिल पेश हो सकता है। पीएम मोदी की कैबिनेट ने महिला आरक्षण बिल को मंजूरी दे दी है। सोमवार देर शाम पीएम की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लोकसभा और विधानसभाओं जैसी निर्वाचित संस्थाओं में 33 फीसदी महिला आरक्षण को मंजूरी दी गई है। ऐसा माना जा रहा है कि महिला आरक्षण विधेयक को 19 सितंबर यानी आज नई संसद में पेश किया जा सकता है।

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