किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए राज्य और केंद्र दोनों सरकारों द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जाती हैं। ये पहल कृषक समुदाय को सहायता और वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं। हालाँकि, कुछ गलतियों के कारण ये किश्तें मिलने में देरी हो सकती है। उदाहरण के तौर पर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लें। इस योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों को प्रति वर्ष 2,000 रुपये की तीन किस्तों में वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिससे कुल 6,000 रुपये का वार्षिक लाभ मिलता है। फिर भी कुछ गलतियों के कारण आपकी किस्त अटक सकती है। नीचे, हम बचने के लिए सामान्य गलतियों का पता लगाएंगे।
सबसे पहले, आइए समझते हैं कि 15वीं किस्त कब आने की उम्मीद है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 15वीं किस्त दिवाली से पहले रिलीज हो सकती है। हालाँकि, अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
समय पर किस्तें सुनिश्चित करने के लिए सामान्य गलतियाँ जिनसे बचना चाहिए:
1. ई-केवाईसी पूरा करने में विफलता:
ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर) पूरा करने में विफलता के परिणामस्वरूप किश्तों में देरी हो सकती है। सरकार ने यह अनिवार्य कर दिया है कि इस योजना के सभी लाभार्थियों को ई-केवाईसी पूरा करना होगा।
ई-केवाईसी कैसे पूरा करें:
अगर आपने ई-केवाईसी पूरी नहीं की है तो आप इसे आधिकारिक पीएम-किसान पोर्टल pmkisan.gov.in के जरिए कर सकते हैं।
ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर जाएं।
वैकल्पिक रूप से, आप अपने बैंक में भी ई-केवाईसी पूरा कर सकते हैं।
2. भूमि सत्यापन पूरा न होना:
भूमि सत्यापन प्रक्रिया पूरी न करने से किस्तों में देरी भी हो सकती है। इसलिए, सुनिश्चित करें कि आपने यह सत्यापन तुरंत पूरा कर लिया है। इसके अतिरिक्त, जिन किसानों के आधार कार्ड उनके बैंक खातों से लिंक नहीं हैं, उन्हें किश्तों के वितरण में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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