Up kiran,Digital Desk : सोशल मीडिया पर अक्सर नेताओं के बीच जुबानी जंग चलती रहती है, लेकिन इस बार टीएमसी सांसद और पूर्व भारतीय क्रिकेटर कीर्ति आजाद (Kirti Azad) ने कुछ ऐसा शेयर कर दिया है, जिस पर एक बड़ा राजनीतिक बखेड़ा खड़ा हो गया है। आजाद ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर एक तस्वीर पोस्ट की, जिसे देखने के बाद बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के समर्थक आग-बबूला हो गए हैं।
आखिर फोटो में ऐसा क्या है?
पश्चिम बंगाल के बर्धमान-दुर्गापुर से सांसद कीर्ति आजाद ने जो फोटो शेयर की है, उसमें एक कुत्ता किसी शब्द पर पेशाब (लघुशंका) करता हुआ नजर आ रहा है। फोटो में जो शब्द लिखा है, वह देखने में 'RSS' (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) जैसा लगता है, हालांकि उसे ऐसे डिजाइन किया गया है कि वो 'PSS' जैसा भी दिखे, ताकि बचने का रास्ता रहे।
बात सिर्फ फोटो तक ही नहीं रुकी। कीर्ति आजाद ने कैप्शन में तंज कसते हुए लिखा- "कुकुर किस पर लघुशंका कर रहा है?" बस उनके इसी कैप्शन और तस्वीर ने आग में घी का काम किया है।
कुणाल कामरा भी कर चुके हैं यही हरकत
यह पहली बार नहीं है जब यह तस्वीर चर्चा में आई है। कीर्ति आजाद से ठीक पहले मशहूर स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा (Kunal Kamra) ने भी कुछ दिनों पहले एक ऐसी ही फोटो शेयर की थी। उस फोटो में कामरा की टीशर्ट पर बने उसी तरह के लोगो पर कुत्ता पेशाब करता दिख रहा था।
आपको याद होगा कि कामरा पहले ही महाराष्ट्र सरकार के निशाने पर हैं। उन्होंने सीएम एकनाथ शिंदे के लुक का मजाक उड़ाया था, जिसके बाद पूरे महाराष्ट्र में उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन हुए थे।
सरकार ने दी कार्रवाई की चेतावनी
कुत्ते वाली इस तस्वीर को लेकर महाराष्ट्र सरकार और बीजेपी ने सख्त तेवर दिखाए हैं। बीजेपी नेता और देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने साफ शब्दों में चेतावनी दे दी है। उन्होंने कहा कि पुलिस ऑनलाइन "आपत्तिजनक" चीजें पोस्ट करने वालों पर नजर रख रही है और उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। शिवसेना ने भी इस पर कड़ी आपत्ति जताई है।
कभी बीजेपी के ही 'सितारे' थे कीर्ति आजाद
इस पूरे विवाद में सबसे हैरान करने वाली बात कीर्ति आजाद का अपना इतिहास है। आज वो जिस संघ और बीजेपी का मजाक उड़ा रहे हैं, उन्होंने अपनी राजनीति की पारी बीजेपी से ही शुरू की थी। आजाद दरभंगा (बिहार) से तीन बार बीजेपी के सांसद रह चुके हैं। उनके पिता भागवत झा आजाद बिहार के सीएम थे। 2019 में कांग्रेस और फिर 2021 में ममता बनर्जी की पार्टी (TMC) में शामिल होने के बाद से ही उनके सुर बदल गए हैं।
फिलहाल, सोशल मीडिया पर लोग दो धड़ों में बंट गए हैं। एक तरफ लोग इसे अभिव्यक्ति की आजादी बता रहे हैं, तो दूसरी तरफ लोग इसे भारतीय संस्कृति और संघ का अपमान मान रहे हैं। अब देखना होगा कि इस मामले में पुलिस क्या एक्शन लेती है।
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