बचत सुरक्षित करने और आकर्षक निवेश अवसरों की तलाश में, व्यक्ति अक्सर ऐसे विकल्पों की तलाश करते हैं जो सुरक्षा और पर्याप्त रिटर्न दोनों प्रदान करते हैं। इस प्रकार, डाकघर बचत योजनाओं ने सराहनीय पैदावार के साथ सुरक्षित निवेश के लिए एक व्यवहार्य माध्यम के रूप में काफी ध्यान आकर्षित किया है। इनमें से, डाकघर सावधि जमा योजना सबसे अलग है, जो आकर्षक ब्याज दरों की पेशकश करती है जो एक निश्चित समय सीमा के भीतर निवेश की गई राशि को प्रभावी ढंग से दोगुना कर देती है।
ब्याज दर: डाकघर सावधि जमा योजना कई पारंपरिक बैंकिंग विकल्पों से बेहतर प्रदर्शन करते हुए 7.5 प्रतिशत की प्रभावशाली ब्याज दर प्रदान करती है।
कार्यकाल विकल्प: निवेशक अपनी जमा राशि के लिए विभिन्न अवधियों में से चुन सकते हैं, क्रमशः 6.9 प्रतिशत, 7 प्रतिशत और 7.5 प्रतिशत की ब्याज दरों के साथ 1 वर्ष, 2 वर्ष, 3 वर्ष से 5 वर्ष तक।
निवेश को दोगुना करना: जमा को दोगुना करने के लिए निवेश की परिपक्वता अवधि आम तौर पर पांच साल से अधिक होती है, पर्याप्त रिटर्न के लिए लंबी निवेश अवधि की आवश्यकता होती है।
कर लाभ: निवेशक आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 सी के तहत प्रदान किए गए कर छूट लाभों का लाभ उठा सकते हैं, जिससे सावधि जमा योजनाएं कर-सचेत व्यक्तियों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन जाती हैं।
खाते के प्रकार और खोलने की प्रक्रिया: यह योजना एकल और संयुक्त दोनों खाते खोलने की अनुमति देती है, जिसमें 10 वर्ष से अधिक उम्र के नाबालिगों के लिए अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से खाता खोलने का प्रावधान है। विशेष रूप से, खाता खोलने के लिए आवश्यक न्यूनतम जमा राशि 1,000 रुपये है, और ब्याज सालाना चक्रवृद्धि होता है।
डाकघर सावधि जमा योजना के इन आवश्यक पहलुओं को समझने से संभावित निवेशकों को सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है, जिससे उनके धन की सुरक्षा और उनके निवेश रिटर्न का अधिकतम लाभ सुनिश्चित होता है।
--Advertisement--