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मिजोरम, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के बाद आज रंगीलो राजस्थान लोकतंत्र के उत्सव में रंगा हुआ है। राजस्थान में 199 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है। करणपुर सीट से विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण वहां चुनाव स्थगित किया गया है। राजस्थान में सरकार चुनने के लिए लोगों में भारी उत्साह है। इस चुनाव में कुल 1863 प्रत्याशी मैदान में हैं। उनकी किस्मत का फैसला प्रदेश के 5 करोड़ 26 लाख 90 हजार 146 मतदाता करेंगे। वोटिंग शाम छह बजे तक होगी। नतीजे तीन दिसंबर को आएंगे। राजस्थान में 3 दशकों से हर 5 साल में सत्ता बदलती रही है। इस बार देखना है यह रिवाज बना रहेगा या टूटेगा। 

सत्तारूढ़ कांग्रेस की ओर से इस बार भी अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे नेताओं में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, मंत्री शांति धारीवाल, बीडी कल्ला, भंवर सिंह भाटी, सालेह मोहम्मद, ममता भूपेश, प्रताप सिंह खाचरियावास, राजेंद्र यादव, शकुंतला रावत, उदय लाल आंजना, महेंद्रजीत सिंह मालवीय तथा अशोक चांदना व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट शामिल हैं। बीजेपी के प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया तथा सांसद दीया कुमारी, राज्यवर्धन राठौड़, बाबा बालकनाथ और किरोड़ी लाल मीणा हैं। बीजेपी ने कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा छह सांसदों और एक राज्यसभा सदस्य सहित 59 मौजूदा विधायकों को टिकट दिया है। राजस्थान में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है।

 1993 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से हर पांच साल में यहां सरकार बदलने का रिवाज रहा है। इस दौरान कांग्रेस और बीजेपी की सरकारें ही बनती रही हैं। इसलिए बीजेपी नेता उम्मीद लगाए हैं कि इस बार भी यह रिवाज जारी रहा तो सत्ता की बागडोर बीजेपी के हाथ आएगी। वहीं, कांग्रेस को उम्मीद है कि करीब तीन दशक से चला आ रहा यह रिवाज इस बार बदलेगा।पीएम मोदी ने वोटरों से रिकार्ड बनाने की अपील करते हुए अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया, 'राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए आज वोट डाले जाएंगे। सभी मतदाताओं से मेरा निवेदन है कि वे अधिक से अधिक संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग कर वोटिंग का नया रिकॉर्ड बनाएं। इस अवसर पर पहली बार वोट देने जा रहे राज्य के सभी युवा साथियों को मेरी ढेरों शुभकामनाएं। 

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार ने जनता को जो गारंटियां दी है और जो विकास किया है पिछले 5 सालों में जानता उसको देखते हुए हमारी सरकार को दोबारा चुनेगी। जो रिवाज है 5 साल में सत्ता बदलने का, वह इस बार नहीं चलेगा और जनता दोबारा से बहुमत की सरकार बनाएगी। कांग्रेस का बहुमत आने पर मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि पार्टी आलाकमान जो फैसला करेगा। वह सबको मान्य होगा। चुनाव बाद खुद की भूमिका के बारे में अशोक गहलोत ने कहा कि जो भूमिका पार्टी उनकी तय करेगी। वह उनको मंजूर होगा, पार्टी ने उनको पहले बहुत कुछ दिया है। आगे भी पार्टी ही दिखेगी।

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