Rajasthan News: राजस्थान के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने टोंक जिले के समरवता गांव में हुई हिंसा के संबंध में शनिवार को बयान देते हुए इसे रहस्यपूर्ण बताया और इस बात की जांच की जरूरत बताई कि किसने बाहरी लोगों को बुलाया और किसने अशांति फैलाई और इसके पीछे क्या कारण थे।
बेढम ने इस बात पर जोर दिया कि राज्य की शांति को भंग करने का कोई भी प्रयास किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
मंत्री ने आगे बताया कि समरवता और आस-पास के इलाकों के निवासियों ने उन्हें बताया कि स्थानीय लोगों का इस उपद्रव से कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस की जांच में भी इस बात की पुष्टि हुई है। पुलिस द्वारा पकड़े गए लोगों में लगभभ 36-45 लोग इलाके से बाहर के हैं और इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे अरेस्ट किया जाएगा। उन्होंने ये भी वादा किया कि निर्दोष लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
इस बीच नरेश मीना को लेकर भी चर्चा जारी है, जिसे 48 घंटे पहले हिरासत में लिया गया था। उपचुनाव के दौरान ड्यूटी पर तैनात एसडीएम पर हमला करने के आरोपी नरेश मीना को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया और उसके बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
मीना के खिलाफ सरकारी कामकाज में बाधा डालने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत चार मामले दर्ज किए गए हैं। उनके वकील ने दावा किया है कि पुलिस ने उन्हें अज्ञात स्थान पर हिरासत में लेकर और उनके साथ शारीरिक दुर्व्यवहार करके कानून तोड़ा है।
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