rajasthan news: राजस्थान में सड़कों पर घूमने वाली गायों और अन्य गोवंश के लिए अब 'आवारा' शब्द का उपयोग करने पर पाबंदी लगा दी गई है। राज्य सरकार ने इस शब्द को अपमानजनक मानते हुए इसके स्थान पर 'असहाय' या 'बेसहारा' जैसे शब्दों को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है। यह आदेश भजनलाल सरकार द्वारा जारी किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भजनलाल सरकार ने स्पष्ट किया है कि गायों और अन्य गोवंश के लिए 'आवारा' शब्द का उपयोग अनुचित है। इसके स्थान पर 'असहाय' या 'बेसहारा' जैसे शब्दों का उपयोग करना उचित होगा, जिससे उनकी स्थिति को बेहतर ढंग से समझा जा सके।
पशुपालन और डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत ने पहले ही ये कहा कि राज्य में गायों को 'आवारा' नहीं कहा जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा सरकार गायों और बैलों के संरक्षण के लिए ठोस कदम उठा रही है और इसके लिए 250 करोड़ रुपये के प्रावधान के साथ मुख्यमंत्री पशुपालन विकास कोष का गठन किया जाएगा।
विपक्षी कांग्रेस ने इल्जाम लगाया है कि भाजपा केवल दिखावे के लिए गायों की स्थिति को लेकर चिंतित है, जबकि असल में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
बता दें कि भजन लाल शर्मा की सरकार ने गायों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। सितंबर में शाहपुरा में हुए एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा था कि गौमाता की देखभाल और सम्मान हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
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