
उत्तरकाशी की टनल में फंसे 40 मजदूर बीते एक हफ्ते से हर घंटे, हर मिनट जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं। इन लोगों को बचाने के लिए निरंतर बचाव कार्य चल रहा है। विदेश से कई मशीनें भी मंगाई गई, मगर अब तक मजदूरों को बाहर नहीं निकाला जा सका है। अब इस मामले में एक खुलासा हुआ है।
दरअसल, अब विशेषज्ञों ने बताया कि टनल हादसा प्राकृतिक नहीं इंसानी भूल का नतीजा है। जाने माने भू वैज्ञानिक डॉक्टर पीसी तिवारी ने यह बात कही है। उन्होंने कहा कि टनल निर्माण के दौरान जोन के हिसाब से सपोर्ट सिस्टम लगाया गया होता तो ये हादसा नहीं होता। उन्होंने हिमालय के लिए सुरंग निर्माण को सबसे सुरक्षित बताया।
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रॉक मैकेनिक्स के पूर्व निदेशक डॉक्टर पीसी तिवारी ने बताया कि जहां से टनल कोलैप्स हुई, वे जोन काफी कमजोर था।
उन्होंने कहा कि जांच में अभी तक जो बातें सामने आ रही हैं, उससे साफ है कि टनल का यह हादसा प्राकृतिक नहीं मानवीय भूल का नतीजा है।
--Advertisement--