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महाराष्ट्र के नागपुर में 4 मंदिरों में ड्रेस कोड लागू किया गया है और ड्रेस कोड की वजह से विवाद हो गया है। दरअसल, गोपाल कृष्ण मंदिर धंतोली, संकट मोचन पंचमुखी हनुमान मंदिर जो बेलौरी सावनेर में है बृहस्पति मंदिर और दुर्गा माता मंदिर, मानवता नगर। इन मंदिरों में अब आपत्तिजनक कपड़े पहनने पर एंट्री नहीं दी जाएगी। लोग यह कह रहे हैं कि आपत्तिजनक क्या है और क्या नहीं, इसका फैसला होगा कैसे?

हालांकि महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के जो ऑडिटर हैं, उनका कहना है कि मंदिर के बाहर पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें लिखा गया है कि कटी फटी जींस, स्कर्ट जैसे आपत्तिजनक कपड़े पहनकर मंदिर में न आएं।

उन्होंने कहा कि हमारा मकसद मंदिरों की पवित्रता की रक्षा करना है। लिबरल सोच वाले यह कह रहे हैं कि कटी फटी जीन्स यानी रिप्ड जीन्स अगर है तो यह तो स्टाइल की कैटेगरी में आती है। यह कहीं से भी अश्लील या फिर आपत्तिजनक कैसे कहा जाए। स्कर्ट अमूमन जब लड़कियां पहनती हैं, इसे क्यों आपत्तिजनक कहा जाना है।

लिहाजा कई लिबरल सोच के लोग यह कह रहे हैं कि यह तो गंदी मानसिकता बताने वाली चीज है। हालांकि पहले भी कई मंदिरों पर ड्रेस कोड लागू हुए और अब कुछ दिन पहले यानी कि मई के शुरुआत में आपको याद होगा तुलजा भवानी मंदिर में भी आपत्तिजनक कपड़ों पर रोक लगाने की कोशिश की लेकिन फैसले के बाद हंगामा शुरू हो गया था। 

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