Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध के अंत में एक नया मोड़ आया, जब राष्ट्रपति पुतिन ने नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ युद्ध विराम संधि पर बात करने के अपने इरादे पर जोर दिया। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने भी यही कहा और कहा कि रूस शत्रुता समाप्त करने पर सहमत हो सकता है, मगर केवल कुछ शर्तों के पर।
पुतिन ने स्पष्ट कर दिया है कि रूस किसी भी बड़े इलाके पर रियायत देने को तैयार नहीं है और भविष्य में यूक्रेन के नाटो सदस्य बनने की संभावना को पूरी तरह से खारिज कर दिया है और शायद यही शर्त है कि किसी भी कीमत पर यूक्रेन नाटो का सदस्य नहीं बनना चाहिए। डोनेट्स्क, लुहांस्क, ज़ापोरिज़िया और खेरसॉन को लेकर बातचीत की संभावना है, जिन पर रूस का कब्जा है, मगर रूस इन इलाकों को अपनी संप्रभुता का हिस्सा मानता है।
रूसी राष्ट्रपति युद्ध विराम समझौते पर तो सहमत हो सकते हैं, मगर उन्हें चिंता है कि अस्थायी युद्ध विराम से पश्चिमी देशों को यूक्रेन को फिर से हथियार देने का मौका मिल सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी समझौते में जमीनी हकीकत को ध्यान में रखना जरूरी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्तावित शांति समझौते पर पुतिन की सहमति पर कई सवाल उठ रहे हैं। ट्रंप के पूर्व संचार निदेशक स्टीवन चेउंग का मानना है कि केवल ट्रंप ही दोनों पक्षों को शांति वार्ता के लिए साथ ला सकते हैं और युद्ध को खत्म करने में सहायता कर सकते हैं।
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