जलवायु परिवर्तन एक ऐसी घटना है जो धीरे-धीरे पूरी दुनिया पर हावी हो रही है। ग्लोबल वार्मिंग आर्कटिक और अंटार्कटिक क्षेत्रों में पिघलने वाली बर्फ की टोपियां वैश्विक मौसम पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही हैं। धीरे धीरे ग्लोबल वॉर्मिंग बढ़ती जा रही है। ऐसे में एक रिपोर्ट आई जिसने वैज्ञानिकों को चौंका कर रख दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक जैसे जैसे धरती पर गरम बढ़ती जाएगी ठीक वैसे वैसे मनुष्यों का कद छोटा होता जाएगा। मनुष्य़ का शरीर और दिमाग करीब 3 लाख साल पहले वजूद में आया था। इस प्रजाति को होमो सैपियंस कहते हैं। इनका मस्तिष्क अब के मनुष्यों के तुलना में तीन गुना ज्यादा बड़ा था। पहले तो मनुष्य बढ़ते गए और जब मनुष्य ने जलवायु को बदला तो खुद मनुष्य के शरीर और दिमाग पर इसका असर पड़ा।
Universities of Cambridge and Tubingen ने अपनी स्टडी में क्लाइमेट मॉडल्स बनाकर मनुष्यों के विकास का तुलनात्मक विश्लेषण किया है। पिछले 10 लाख सालों में जलवायु परिवर्तन और उससे होने वाले प्रभावों का अध्ययन करने के दौरान वैज्ञानिकों ने तापमान, बाढ़, बारिश और बर्फबारी समेत सभी प्राकृतिक परिस्थितियों को शामिल किया और इसका विश्लेषण किया। जिसमें पता चला कि ग्लोबल वार्मिंग के चलते इंसानों की हाइट घट रही है। जोकि चिंता का विषय है।