लखनऊ। कृष्णानगर थाना क्षेत्र में रविवार दिलदहाने वाला मामला प्रकाश में आया है। दिव्यांग पत्नी चार दिनों तक अपने पति और बेटे के साथ शवों के साथ रह रही थी। पड़ोसियों की सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम भेजकर मामले की जांच की। प्रथमदृष्टया यह बताया जा रहा है कि दोनों की मौत कोरोना से हुई है जबकि पत्नी कोरोना संक्रमित है।
कृष्णानगर के बीवन ब्लॉक में क्षेत्र में रहने वाले पड़ोसियों ने पुलिस को सूचित किया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस को घर से 65 वर्षीय अरविंद गोयल और बेटे आशीष (25 ) मृत अवस्था में मिले। वहीं, 60 वर्षीय पत्नी रंजना की हालत गंभीर है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम भेजकर महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।
शवों के साथ रही महिला
पुलिस पूछताछ में पड़ोसियों से यह जानकारी मिली है कि चार दिन से परिवार का कोई सदस्य घर के बाहर नहीं निकला था। शनिवार की देर रात दुर्गंध आने पर पुलिस को सूचना दी गयी। दरवाजा तोड़कर पुलिस ने जब कमरे के अंदर पहुंची तो देखा कि महिला अपने पति और बेटे के शव के पास पड़ी चारपाई पर बैठी रही।
किसी से नहीं मिली मदद
अरविंद की पत्नी रंजना को जब पुलिस और मेडिकल टीम ने बाहर निकाला तो वह दहशत में थीं। उन्होंने बताया कि कमरे में पति और बेटे का शव पड़ा देखकर वह चीखती रहीं, लेकिन किसी मोहल्ले वाले ने उनकी आवाज नहीं सुनी। घर पर चारपाई पर पड़ी थीं। चलने फिरने में असमर्थ होने की वजह से दरवाजे तक नहीं पहुंच सकी।
दोनों होम आइसोलेशन में थे
प्रभारी निरीक्षक महेश दुबे ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि अरविंद और उनका बेटा आशीष दोनों होम आइसोलेशन में थे। संक्रमित होने के कारण ही उनकी मौत हुई है। अरविंद की पत्नी को अस्पताल भेजा गया है। पिता-पुत्र के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच की जा रही है।
वहीं कृष्णा नगर थाना क्षेत्र के सेक्टर डी–वन में शनिवार को होम आइसोलेशन में रह रहे अंदर विवेक शर्मा (35) की मौत हो गई। इस घर से भी दुर्गंध आने के बाद पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़ कर शव को बाहर निकाला…जानकारी के मुताबिक विवेक शर्मा भी कोरोना से संक्रमित थे और होम आइसोलेशन में रह रहे थे।